Udaipur/फतहनगर. रक्षाबंधन के बाद मेवाड़ में शुरू हुआ गवरी नृत्य धूम मचा रहा है। आसपास के गांवों में गवरी रमी जा रही है। इसमें प्रतिदिन अलग अलग जगहों पर खेल खेले जाते हैं।
ईंटाली में बस स्टैण्ड पर गवरी का आयोजन किया गया। अमरपुरा से आए गवरी कलाकारों ने सुबह से शाम तक गवरी मंचन के दौरान खेतुड़ी, कालु कीर, हट्टिया, वरजू कांजरी, काना गूजरी, मीणा बंजारा युद्ध व चोथमाता आदि खेलों का जीवंत मंचन किया गया। मीणा बण्जारा युद्ध ने गवरी के अंतिम चरण में रोमांच पैदा कर दिया।
राईबुढि़ये ने बीच-बीच में दर्शकों को अपनी प्रस्तुतियों से हंसा हंसाकर लोटपोट कर दिया। गवरी के खेलों के माध्यम से कलाकारों ने खुले में देते व कई खेलो के माध्यम से खुले मे शौच नहीं करने, दहेज प्रथा का अंत करने, रिश्वत नहीं लेने की सीख दी। इस वर्ष की पहली गवरी का मंचन होने से बड़ी संख्या मे ग्रामवासी व आसपास के गांवो के ग्रामीण गवरी देखने पहुंचे।