फतहनगर. मावली तहसील के घासा गांव में महावीर भवन में चल रहे चातुर्मास के तहत पर्युषण महापर्व पर रोजाना तप एवं अन्य धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। इसी को लेकर मेवाड़ प्रवर्तक मदनमुनि ने मंगलवार की धर्मसभा में कहा कि धर्म श्रद्धा संजीवनी है। जन्म मरण से मुकत होना है तो वितराग प्रभु की वाणी पर अचल विश्वास लाना पड़ेगा।
उन्होने कहा कि पर्युषण पर्व जागरण का संदेश देते हैं। इन पर्वों के दिनों हर मानव अपने जीवन के पलों को सुनहरा कर सकता है। जब तक मिथ्यात्मकता का आवरण रहता है तब तक सम्यक ज्ञान का प्रकाश पैदा नहीं होता है। आपने कहा अच्छा देखे,अच्छा सुने,अच्छा करें। वितराग वाणी पर विश्वास रखें। सद्गुरू सद धर्म और सद् देव के प्रति श्रद्धा का होना ही सम्यकत्व का लक्षण है। डॉ.सुभाषमुनि ने कहा कि जिन वाणी में माधुर्यता नहीं है वह वाणी नहीं खंजर है। घर को स्वर्ग बनाना मीठी वाणी से संभव है।वाणी उतनी ही पावन है जितना परमात्मा। जिसकी वाणी में मार्धुयता का गुण है उसके सभी मित्र होते हैं। सूत्र का वाचन करते हुए कहा कि वैराग्य मनुष्य के जीवन में होना चाहिए। जनम मरण के चक्र से मुकत होना है तो सयंम को अंगीकार करना चाहिए। रविन्द्रमुनि, धीरजुमनि आदि ने भी धर्मसभा को सम्बोधित किया। बाहर से आए हुए श्रावक-श्राविकाओं का माधवलाल बड़ालमिया,लक्ष्मीलाल डांगी एवं चातुर्मास व्यवस्था समिति के समरथलाल बउ़ालमिया ने स्वागत किया।
इधर सनवाड़ के श्री श्रीमाल सेठ समाज के नूतन जिनालय में पर्युष्णण के तहत जिनालय पर पूजन,प्रवचन, सामूहिक प्रतिक्रमण एवं रात्रि को भजन संध्या का आयोजन किया गया। मुम्बई के गौरेगांव में श्रमण संघीय महामंत्री सौभाग्यमुनि के सानिध्य में पर्युषण पर्व की आराधनाएं एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रम चल रहे हैं। धर्म सभाओं में भी बड़ी तादाद में लोग उमड़ रहे हैं। मेवाड़ से भी लोग संतों के दर्शन लाभ के लिए नित मुम्बई पहुंच रहे हैं।