रोटरी क्लब उदयपुर ने किया 17 शिक्षिकाओं को सम्मानित
udaipur. रोटरी क्लब उदयपुर ने आज शिक्षक दिवस के अवसर पर रोटरी बजाज भवन में आयोजित एक समारोह में शहर की 17 शिक्षिकाओं को सम्मानित किया। समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा थे। शर्मा ने कहा कि प्रतिभाओं का आंकलन अंकों से नहीं नैतिकता से होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शिक्षक पथ प्रदर्शक बन समाज की नयी संरचना के रूप में भारत को नये परिवेश में गढऩे का कार्य कर रहे है। जहंा हम एक ओर शिक्षक दिवस पर शिक्षक सम्मान की बात करते है वहीं दूसरी ओर शिक्षा का व्यावसायीकरण हो रहा है। श्रेष्ठ शिक्षक खोजने पर भी नहीं मिल रहे है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी विद्यालयों की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है। ऐसे में क्लबों को उन्हें गोद लेकर उनमे सुधार लाने का प्रयास करना चाहिए। समाज के प्रति हमारे सरोकार ही हमें प्रतिष्ठा दिलाते है।
ये शिक्षिकाएं हुई सम्मानित-पूजा वर्मा, निरूपमा सोलंकी, सन्तोष लोहार, रेनुका राकेश, विनीता जैन, अनिता चपलोत, नसीम शौकत, स्नेहलता चौहान, माया शर्मा, सविता अग्रवाल, हेमा सोनी, स्नेहलता शर्मा, अनिता गोयल, मीनक्षी शर्मा, प्रेम नाहर, प्रतिभा कावडिय़ा व संध्या जोशी को मुख्य अतिथि ने शॉल ओढ़ाकर, प्रदीप कुमावत ने उपारना, डॉ. क्लब अध्यक्ष बी. एल. मेहता,पूर्व प्रांतपाल डॉ.यशवन्तसिंह कोठारी, निर्मल सिंघवी ने प्रमाण पत्र, इनरव्हील क्लब अध्यक्ष शकुन्तला धाकड़, सधना मेहता, आशा जैन ने बिन्दी लगाकर, सचिव सुरेन्द्र जैन ने श्रीफल, स्मृतिचिन्ह श्यामलाल कुमावत ने प्रदान कर सभी को सम्मानित किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्यामलाल कुमावत ने समाज में शिक्षिकों की भूमिका एंव उनके महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस वर्ष क्लब ने आर्ट एण्ड क्राफ्ट श्रेणी के शिक्षकों को सम्मानित करने का निर्णय लिया। इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष बी.एल.मेहता ने कहा कि समाज को दिशा देने का कार्य शिक्षकों के कन्धों पर होता है। उन पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है अैर नि:सन्देह वे अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन कर रहे है। इस अवसर पर सचिव सुरेन्द्र जैन ने सचिवीय सूचनाएं प्रदान की।
इस अवसर पर डॉ. प्रदीप कुमावत द्वारा निर्मित शिक्षक.. .. तुम महान हो, नामक फिल्म का प्रदर्शन किया गया। जिसे सभी ने सराहा। फिल्म का छायांकन मनमोहन भटनागर का था। कार्यक्रम का संचालन डॅा. प्रदीप कुमावत एंव श्रीमती पायल कुमावत ने किया। संजय भटनागर ने मुख्य अतिथि को स्मृतिचिन्ह प्रदान किया। प्रारम्भ में आलोक स्कूल की बालिकाओं ने ईश वंदना प्रस्तुत की। अंत में धन्यवाद वीरेन्द्र सिरोया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।