उत्तराखण्ड आपदा सहायतार्थ प्रधानमंत्री कोष में दिए एक करोड़
Udaipur. हिन्दुस्तान जिंक के सभी कर्मचारियों ने उत्तराखण्ड प्राकृतिक आपदा सहायता के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन दिया है। कंपनी ने भी उतना ही योगदान सम्मिलित कर प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करा दिया है।
गत 16 जून को उत्तराखण्ड में आई प्रलयंकारी प्राकृतिक आपदा से भारी जन मानस, आधारभूत ढांचों तथा संसाधनों का नुकसान हुआ है। हजारों की संख्या में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया हैं तथा उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। इस प्रलयंकारी प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्वास के लिए हिन्दुस्तान ज़िंक के सभी कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन दिया है। कंपनी ने भी उतना ही योगदान सम्मिलित कर प्रधानमंत्री सहायता कोष में जमा करा दिया है। कुल एक करोड़ रुपये की राषि प्रधानमंत्री सहायता कोष में जमा कराई गयी है।
देश के विभिन्न भागों से हर वर्ष एक लाख से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री के दर्षन करने जाते हैं परन्तु इस अचानक हुए प्राकृतिक आपदा से हजारों जानें गई, हजारों की तादाद में लोग बेघर हो गये है तथा पहाड़ी क्षेत्रों में भारी तबाही हुई। हिन्दुस्तान जिंक के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि आठ साल में हुई ऐसी भयंकर तबाही से विचलित सभी हिन्दुस्तान जिंक के कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री सहायता कोष में देने का निर्णय लिया। कंपनी ने भी बराबर राशि का योगदान देकर एक करोड़ रुपये उत्तराखण्ड पीडि़तों के सहायतार्थ जमा करा दिया है।