फतहनगर. मेवाड़ भवन गोरेगांव में विराजित श्रमण संघीय महामंत्री सौभाग्य मुनि कुमुद ने नमस्कार महामंत्र आराधना दिवस पर कहा कि संपूर्ण जैन समाज को नमस्कार महामंत्र ने सभी को जोडक़र रखा है। जैन की पहचान है नमस्कार महामंत्र।
नवकार मंत्र के प्रति जिन शासन में सब एक है। इसको सब जपते हैं। सुबह उठकर कम से कम एक सामायिक करो। उसमें नवकार की भक्ति जाप से तुम्हारा जीवन बदल जाएगा। तुम सदा सुखी रहोगे। इससे पूर्व कोमल मुनि ने गुरु गान करते हुए काव्य पाठ किया। चैतन्य मुनि ने कहा कि आगम की वाणी में अनंत रहस्य छुपे है। महासती चंद्रप्रभा ने कहा एक बुराई जीवन को बर्बाद और एक अच्छाई जीवन का उद्धार कर देती है। उपसंघ चेंबूर की महिलाओं द्वारा पूर्व अध्यक्षा मंजू ढीलीवाल के नेतृत्व में ऐतिहासिक नाटक शीलवती सुभद्रा की प्रस्तुती दी। सत्य घटना पर आधारित इस नाटक में पुष्पा सोनी, रिंकू डांगी, सुशीला पोखरना, जोत्सना लोढा़, गीता पोखरना, मनीषा वागरेचा, कविता पामेचा, निखिल चपलोत ने भाग लिया। नाटक को भरपूर सराहा गया।
इस अवसर पर मेवाड़ संघ अध्यक्ष प्रकाश सांखला, महिला मंडल अध्यक्षा लाजवंती वडाला, महामंत्री किशन परमार, नवयुवक मंडल अध्यक्ष अनिल पालरेचा, प्रमुख सुनिल ढीलीवाल, महामंत्री सुनिल मेहता, ज्ञान प्रकाश संयोजक पुखराज सोनी, प्रकाश खोखावत, विनोद चपलोत सहित भारत वर्ष के अनेक शहरों से आए प्रतिनिधियों एवं सभी गणमान्यों की उपस्थिति विशेष रही। घासा में विराजित महाश्रमण मेवाड़ प्रवर्तक मदनमुनि ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान की भोग प्रधान जीवन शैली ने मानव जीवन को तनाव, कुंठा एवं डि़प्रेशन जैसी समस्याओं से त्रस्त कर दिया है। सयंम प्रधान जीवन शैली ही एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकती है। कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करते हुए जीवन शैली को संयमपूर्ण बनाने से जीवन का उद्धार हो सकता है। सभा को सुभाषमुनि एवं रविन्द्रमुनि ने भी सम्बोधित किया।