स्टाम्प वेंडर, टाइपिस्ट ने भी बंद रखा कारोबा
Udaipur. मेवाड़-वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति एवं बार एसोसिएशन उदयपुर के तत्वावाधान में उच्च न्यायालय की खंडपीठ को लेकर शनिवार को अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्रवाई का बहिष्कार किया। अधिवक्ताओं ने न्यायालय परिसर के मुख्य द्वार के बाहर धरना दिया।
धरनास्थयल पर करीब 200 अधिवक्ता मौजूद थे। धरना स्थल पर आयोजित सभा में वक्ताशओं ने कहा कि क्षेत्र के नागरिकों को न्याय का अधिकार प्रदान करने के लिए उदयपुर में उच्च न्यायालय की खण्डपीठ स्थापित करनी चाहिए ताकि गरीब जनता के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा हो सके। सभी नोटेरी अधिवक्ताओं ने भी नोटेरी कार्य नहीं किये। नोटेरी अधिवक्ता विजय कुमार शर्मा एवं गोपाल कृष्ण बाहेती ने आम जनता के नोटेरी संबंधित आवश्यक कार्य किये जिनकी सहायता अधिवक्ता नरेश अग्रवाल ने की एवं उनके द्वारा अर्जित राशि हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति को सौंपी गई। यह जानकारी बार एसोसिएशन के महासचिव भरत कुमार वैष्णव ने दी।
इस अवसर पर संघर्ष समिति के संयोजक रमेश नंदवाना, महासचिव शांतिलाल पामेचा, संरक्षक फतहलाल नागौरी, संयोजक सत्येन्द्रपाल सिंह छाबडा, महासचिव मनीष शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता मनाराम डांगी, नगर निगम में प्रतिपक्ष के उपनेता मनीष श्रीमाली, सलीम खान, मनोहर सिंह टांक, के. के. मेहता नरपत सिंह चुण्डावत, पुस्तकालय सचिव अभिनव द्विवेदी, अशोक सोनी, वन्दना उदावत, रागिनी शर्मा आदि मौजूद थे।