आधुनिक तरीके अपनाकर छोटे व्यवसायियों पर दें ध्यान
राजसमंद अरबन को-ऑपरेटिव बैंक की शाखा का उदघाटन
Udaipur. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सी. पी. जोशी ने कहा कि कॉपरेटिव बैंक ऐसी विचारधारा रखे कि दूसरे बैंको का उनमें विलनीकरण हो न कि उनका विलीनीकरण अन्य बैंकों में। संचार क्रांति का ज्यादा से ज्यादा उपयोग लेते हुए ग्राहको को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएं और छोटे उद्यमियों को व्यवसाय करने हेतु सहायक की भूमिका निभाएं।
वे प्रतापनगर स्थित जिला सहकार संघ भवन के परिसर में राजसमन्द अरबन को-ऑपरेटिव बैंक की आठवीं शाखा का उद्घाटन एवं शिलान्यास पट्टिका का अनावरण करने के बाद मुख्य अतिथि पद के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंकने कहा कि केन्द्र की यूपीए सरकार जल्द ही खाद्य सुरक्षा कानून, रोजगार गारन्टी कानून, शिक्षा का अधिकार कानून के बाद बैंक से आम व्यक्ति को जोड़ने का कानून भी लाने पर विचार कर रही है। आधार कार्ड के माध्यम से सरकार की योजनाओं का लाभ बैंक खातों के माध्यम से दिलाने के पीछे सरकार की दूसरी बडी मंशा यह भी है कि आम व्यक्ति जो बैंक से वंचित है उसे बैंक की कार्यप्रणाली को समझे और अपने कठिन समय के लिए बचत करने की आदत डालें। उन्हों्ने कहा कि कॉपरेटिव बैक सहकार की भावना के साथ कार्य कर छोटे व्यवसायियों पर ध्यान केन्द्रित करें और उनके व्यवसाय को ऊंचाईयां देने के लिए ऋण उपलब्ध कराएं।
सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आई.वी. त्रिवेदी ने उन्नत बैकिंग की नवीनतम विद्याओं की जानकारी दी। श्रम राज्यमंत्री मांगीलाल गरासिया ने स्मार्ट कार्ड की उपयोगिता बताई। बैंक का प्रतिवेदन राजसमन्द अरबन कॉपरेटिव बैंक के चेयरमैन स्वयंभू शर्मा ने प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, मावली विधायक पुष्करलाल डांगी, बैंक के पूर्व अध्यक्ष हरिसिंह राठौड, मुरलीधर भाटिया उपस्थित थे। राजसमन्द अरबन कॉपरेटिव बैक की स्थापना 1996 में डॉ. सी. पी. जोशी ने की थी। आज डॉ. जोशी बैंक के प्रवर्तन निदेशक है। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन बैंक के उपाध्यक्ष डॉ. जे. के. छापरवाल ने दिया एवं संयोजन कार्यकारी अधिकारी ललितप्रकाश शर्मा ने किया।