पंखे व अन्य सामग्री सूने भवन से चोरी
फतहनगर. कस्बे का राजकीय चिकित्सालय कई वर्षों से पालिका के छोटे भवन में चल रहा है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत के अथक प्रयासों के बाद पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय धुणी बावजी के समीप पड़ी बिलानाम जमीन पर पालिका के सहयोग से अतिक्रमण हटा कर नए भवन का निर्माण भी करवाया गया लेकिन अब तक चिकित्सा विभाग इसे शुरू नहीं कर पाया।
वर्तमान में चल रहे चिकित्सा लय भवन में जगह की कमी के चलते न केवल चिकित्सा अधिकारियों अपितु रोगियों तक को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चपलोत की मंशा थी कि भवन बनने के बाद इसे ट्रोमा सेंटर में तब्दील करवाया जावे। भवन निर्माण होते-होते सरकार बदल गई तथा निर्माण पूरा होने के बाद इसे चिकित्सा विभाग को सौंप भी दिया गया। वीरान होने से इस अस्पताल भवन से चोर पंखे एवं अन्य सामग्री भी चुरा कर ले गए थे। अब तो यह असामाजिक तत्वों का यहां अड्डा बन गया है। भवन उद्घाटन से पहले ही जर्जरावस्था में पहुंच गया है। यत्र तत्र गंदगी एवं टूट फूट इसकी कहानी स्वत: ही बयां कर रही है। परिसर में चारों ओर घास उगी है तो इसका शिलान्यास पट्ट भी मौके से गायब है।
हाइवे पर नहीं सुविधा : फतहनगर में कहने को तो अस्पताल है लेकिन उसका लेवल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से भी कम का है। यह महज डिस्पेंसरी है जिससे सुविधाओं के मामले में नगरवासी आज भी उपेंक्षित हैं। ऐसा लगता भी नहीं है कि फतहनगर में भी कोई अस्पताल है। चपलोत की मंशा थी कि अस्पताल का भवन हाइवे किनारे होने पर हाइवे हादसों के लोगों को तत्काल सहायता मिल सकती है। भवन तैयार हो जाने के बावजूद चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से डिस्पेंसरी अब भी नगर के बीच स्थित पालिका के छोटे से भवन में ही संचािलत की जा रही है।
अस्पताल स्थानान्तरित करें
अस्पताल के नए भवन को बने काफी समय हो चुका है। भवन को चिकित्सा विभाग को सौंपा भी जा चुका है। लोकेशन अच्छी होने के बावजूद नए भवन में अस्पताल को शिफट नहीं करना समझ से परे हैं। जल्द से जल्द अस्पताल नए भवन में शुरू किया जावे।
डॉ. जैनेन्द्र कुमार जैन, फतहनगर
नए भवन में शुरू हो अस्पताल
अधिक से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधाएं मुहैया हो इसके लिए मैने प्रयास कर यह भवन स्वीकृत करवाया। तत्कालीन चिकित्सा मंत्री नरपतसिंह राजवी को बुलवाकर शिलान्यास करवाया एवं ट्रोमा हॉस्पीटल के प्रयास जारी थे। इसी बीच सरकार बदल गई। हालांकि बाद में आए लोगों को रुचि लेकर इसे शुरू करवाना चाहिए था। यह प्रशासनिक उदासीनता भी है।
शांतिलाल चपलोत
पूर्व विधायक, मावली
मैं अभी आया हूं
अस्पताल नए भवन में स्थानान्तरित क्यों नहीं हुआ इसका मुझे पता नहीं है। मैने एक महिने पहले ही यहां ज्वाइन किया है। क्या वजह रही इसका पता करेंगे।
डॉ.बी.एल.भट्ट
प्रभारी चिकित्सक, राजकीय चिकित्सालय फतहनगर
लोग नहीं चाहते
नगरवासी डिस्पेंसरी को नगर के बीच ही रखना चाहते हैं। इसके चलते नए भवन में स्थानान्तरण अटका पड़ा है।
डॉ. हामिद हुसैन, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी मावली