फतहनगर. कुछ का कुछ होता रहा और अंततोगत्वा नवनियुक्त अधिशासी अधिकारी को जाना ही पड़ा। पहले तो अधिकारी होने के बावजूद नए अधिकारी की नियुक्ति कर दी। फिर दूसरे को भी ज्वाइन करवाकर उसे प्रशिक्षु बनाने का आदेश थमा दिया और अंतत: शुक्रवार दोपहर में एक आदेश आया जिसमें नए अधिकारी को एपीओ कर दिया गया।
मामला फतहनगर पालिका का है। विक्रमसिंह चारण की फ्रेश पोस्टिंग होकर उन्होंने फतहनगर-सनवाड़ पालिका में कदम रखा। ड्यूटी ज्वाइन करने के दौरान कतिपय लोगों की सक्रियता से मामला राजनीतिक पचड़े में पड़ गया। सत्तारूढ़ कांग्रेस के पालिकाध्यक्ष ने पहले से अधिकारी कार्यरत कहते हुए चारण को कार्यभार दिलवाने से मना कर दिया। भाजपा नेताओं को इसकी भनक लगी तो वे पालिका पहुंचे और नए अधिकारी को मालाएं पहनाकर स्वागत कर दिया। हालांकि दूसरे ही दिन नए अधिकारी के प्रशिक्षु के तौर पर कार्य करने के आदेश आ गए और शुक्रवार को फिर एक आदेश आया जिसमें चारण को एपीओ करते हुए निदेशालय जयपुर में ड्यृटी देने का कहा है। चारण को जयपुर के लिए रिलीव भी कर दिया गया। नए अधिशासी अधिकारी को लेकर नगर में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।