गूंजेगा डांडिया-गरबा का संगीत
Udaipur. नवरात्रा यानी मां दुर्गा की आराधना का पर्व। नौ दिन चलने वाले इस पर्व के दौरान शक्तिपीठों पर लोगों की भीड़ लगेगी। माता की पूजा अर्चना होगी वहीं शाम ढले गरबा-डांडियों की खनक कानों को लुभाएगी। आजकल गरबा-डांडिया में डीजे ने प्रमुख स्थान बना लिया है जिससे कानफोडू़ संगीत भी बजेगा।
सुबह शुभ मुहूर्त में घरों सहित शक्तिपीठों, मंदिरों में घटस्थापना हुई। शहर के प्रमुख शक्तिपीठों बेदला (सुखदेवी) माता, अम्बामाता, नीमज माता, आवरी माता सहित सभी माता के मंदिरों में भव्य श्रृंगार किया गया। प्रतिदिन यहां श्रृंगार बदला जाएगा। घंटाघर थाना परिसर स्थित अन्नपूर्णा माताजी को धराया गया श्रृंगार तैयार करने में करीब चार माह का समय लगा। माताजी को करीब तीन किलो चांदी का श्रृंगार धराया गया है। इस पर सोने की पॉलिश की गई है। मंदिरों के बाहर माता की चुनरियों, श्रीफल, प्रसाद की खासी अस्थायी दुकानें लग गई हैं।
शहर के विभिन्न मोहल्लों में डांडिया-गरबा की भी पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। नौ दिन तक गरबा रमेंगे वहीं डीजे की धुन पर डांडिया खेला जाएगा। रोटरी क्लब द्वारा रोटरी बजाज भवन, फील्ड क्ल ब द्वारा फील्ड क्लब में डांडिया रास खेला जाएगा वहीं हिरणमगरी, तीज का चौक, धानमंडी, नाड़ाखाड़ा सहित कई जगह माता की प्रतिमाएं स्थाीपित की गई हैं। प्रतिदिन आरती के बाद गरबा-डांडिया रास किया जाएगा। मोची समाज द्वारा घट की स्थापना कर हाथों से गरबा खेला जाएगा।
महाकाली शक्तिपीठ में सुबह शरद नवरात्रि महोत्सव का शुभारम्भ अभिजीत मुहूर्त में 12.15 बजे किया गया। माँ कैला ज्वाला को विप्र फाउन्डेशन के अध्यरक्ष धर्मनारायण जोशी की अध्यक्षता व जिला कांग्रेस महामंत्री के. के. शर्मा, सनराईज इन्स्टीट्यूट के चेयरमैन हरिश राजानी के विशिष्ट आतिथ्य में कलश स्थापना एवं स्वर्ण मुकुट अर्पण किया गया। सम्पूर्ण मंदिर को सजाया गया एवं मां काली-कैला-ज्वाला की प्रतिमाओं को नयनाभिराम श्रृंगार से श्रृंगारित किया गया।
फतहनगर. कस्बे के आवरीमाता मंदिर प्रांगण में नौ दिवसीय मेला लगेगा। रोजाना जगराता होगा तथा आवरी माता की प्रतिमा को आकर्षक श्रृंगार धारण कराकर आरती उतारी जाएगी। शक्तिपीठों पर नवरात्रि को लेकर रंग रोगन का कार्य पूर्ण हो गया है। जबकि सिद्ध हनुमान मंदिर पर स्थापना सुबह 11.15 बजे होगी तथा नवरात्रि के दौरान अखण्ड सुन्दरकाण्ड का पाठ होगा। यहां झांकी आयोजन भी होगा। इसी तरह से अखाड़ा मंदिर में भी झांकी समेत विभिन्न आयोजन होंगे। अन्य स्थानों पर भी नवरात्रि के आयोजन होंगे। जगह-जगह आयोजन स्थलों पर रंग-बिरंगी रोशनी और चमकीली फर्रियों से पाण्डाल सजाने का कार्य देर शाम तक चलता रहा।