फतहनगर. मावली तहसील में गैस वितरण करने वाली एक ही एजेन्सी होने एवं उपभोक्ताओं के घर तक डिलेवरी नहीं होने से गृहिणियां खासी परेशान हैं। सिर पर सिलेण्डर ढोकर जाती महिलाएं दिखना यहां आम बात है।
बताया गया कि तहसील में गैस वितरण करने वाली एकमात्र एजेन्सी फतहनगर में स्थित है। इस एजेंसी से न केवल मावली तहसील अपितु चित्तौड़ जिले की भूपालसागर तहसील के कुछ गांव एवं वल्लभनगर तहसील के गांवों तक सिलेण्डजर जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की समस्या यह है कि सिलेण्डर उनके घर तक नहीं आते। सिलेण्डर के लिए उन्हें चलकर फतहनगर जाना पड़ता है। ऐसे में भी सिलेण्डेर मिल जाए तो गनीमत है।
देहाती महिलाएं रोजाना बाजार में सिर पर गैस सिलेण्डर उठाए दिख जाती है। गैस सिलेण्डर की डिलेवरी उपभोक्ताब के घर तक नहीं होने से महिलाएं मजबूरी में सिलेण्डर का बोझ सिर पर ढोती है। बताया गया कि उपभोक्ता सिलेण्डर लेने के लिए चल कर एजेन्सी पर आता है तथा एजेन्सी के पीछे ही खड़े ट्रक से सिलेण्डर लेकर जाता है लेकिन उससे घर पहुंचाने का भाड़ा तक कम नहीं किया जाता। नियमानुसार यदि व्यक्ति घर से चल कर गोदाम या काउंटर पर आता है तो उससे भाड़ा नहीं लिया जाना चाहिए। यहां इस नियम की अवहेलना हो रही है।
अधिक वसूली का विरोध : सिलेण्डर की वास्तविक दर ही वसूली योग्य है लेकिन वितरण करने वाले 10 से 20 रूपए तक अधिक वसूल करते हैं। लोगों का कहना है कि जब एजेंसी की ओर से ही उन्हें भाड़ा देने का प्रावधान है तो यह वसूली कयों की जाती है। ढूंढिया के पूर्व उपसरपंच ललितसिंह भाटी एवं भावली के अमरचंद जाट ने गैस आपूर्ति व्यवस्था में सुधार की मांग करते हुए बताया कि देहात से आने वाले लोगों को सिलेण्डर के लिए भटकाया जाता है। इस व्यवस्था में परिवर्तन होना चाहिए।