स्कूली शिक्षा में शामिल हो ‘दर्शन’
18 से 20 अक्टूबर तक होगा सेमिनार
Udaipur. देश भर के दर्शनशास्त्री दर्शन की सामाजिक भूमिका पर उदयपुर में 18 से 20 अक्टूबर तक जुटेंगे। इसमें दर्शन के प्रति बच्चों में रुचि जागृत करने के लिए स्कूली शिक्षा में शामिल करने सम्बन्धी प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा।
आयोजन सचिव एवं दर्शनशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॅा. सुधा चौधरी ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि अधिवेशन मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग एवं अखिल भारतीय दर्शन परिषद के तत्वाधवधान में होगा। उद्घाटन सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय के सभागार में होगा।
तीन दिवसीय इस बौद्धिक उत्सव में देश भर से करीब 500 दर्शनशास्त्री भाग लेंगे। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष पी. एस. वर्मा व विशिष्ट् अतिथि लोक सेवा आयोग के सचिव के. के. पाठक होंगे जबकि अध्यक्षता मोसुविवि के कुलपति प्रो. आई वी त्रिवेदी करेंगे।
उन्होंने बताया कि अधिवेशन में नायमात्मा प्रवचनेन लभ्य विषय पर दार्शनीक भारतीय चिंतन की मालिकता व उसकी जीवतंता, बेहतर समाज, दुनिया, जीवन निर्माण में रही भारतीय चिंतकों की भूमिका पर गहन मंथन होगा। वर्तमान में वैज्ञानिक अनुसंधान ओर तकनीकी ज्ञान ने ब्रह्माण्ड से लेकर मानव जीवन की नियति संबंधी हमारी समझ व सोच में जो अकल्पनीय परितर्वन किए है, उन पर भारतीय चिंतक अपनी दृष्टि और अधिक प्रभावी व समृद्ध करेंगे।
अधिवेशन में परिषद के महासचिव प्रो. अम्बिका दत्त शर्मा एवं अध्यक्ष प्रो. जटाशंकर द्वारा विभिन्न तरह के पुरूस्कारों की घोषणा की जाएगी। अधिवेशन में अस्मिता एवं अन्यता, विवेकानंद का नव्यवेदान्त विषयों पर संगोष्ठी एवं व्याखानमालाएं होंगी। तर्क व ज्ञानमीमांसा, नीतिदर्शन धर्ममीमांसा, तत्वमीमांसा व समाजदर्शन पर पांच तकनकी सत्र आयोजित किये जाऐंगे। तुलनात्मक धर्म विज्ञान, वल्लभ वेदान्त, संगमलाल पाण्डेय स्मृति, हिमगिरी आध्यात्मिक संस्थान महर्षि दयानन्द पर व्याख्यान होंगे।
डॅा. चौधरी ने बताया कि अधिवेशन में इलाहाबाद के प्रो. संजयकुमार शुक्ल, कानपुर के प्रो. अरूण कुमार सिंह, जोधपुर के डी. आर. भण्डारी, पारनेर के सत्यनारायण अबोटी, नालन्दा के डॅा. अविनाश कुमार श्रीवास्तव, हरदोई डॅा. आलोक कुमार टण्डन, लालगंज के डॅा. श्यामल किशोर सिंह, जबलपुर के डॅा. जे. एस. दुबे, खगडिय़ा के डॅा. ईश्वरचन्द्र, रायपुर के डॅा. भगवन्तसिंह, इलाहाबाद के डॅा. राजेशकुमार सिंह व्याख्यान देंगे।