डूंगरपुर। अपनी विलक्षण आबोहवा के कारण ‘बर्ड पेरेडाईज़’ के रूप में ख्यातनाम हो रहे डूंगरपुर जिले में 21 व 22 दिसंबर को बर्डफेयर का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में बर्डफेयर के लिए लोगो का विमोचन शुक्रवार को पर्यावरणप्रेमी जिला कलक्टर विक्रम सिंह व नेशनल नेचर सोसायटी जयपुर की रमाकुमारी ने किया।
आगामी सर्दी ऋतु में प्रवासी पक्षियों के बड़ी संख्या में आगमन को देखते हुए जिला कलक्टर सिंह की विशेष पहल पर आयोजित हो रहे इस बर्डफेयर का मुख्य उद्देश्य जिले के विद्यार्थियों को पर्यावरण एवं पक्षियों के प्रति रूचि जाग्रत करने के साथ ही पर्यटन मानचित्र पर डूंगरपुर को ‘बर्ड पेरेडाईज’ के रूप में स्थापित करना भी है। जिला प्रशासन, वन विभाग और डूंगरपुर बडर््स संस्थान के साझे में इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही है और इसके लिए विभागीय अधिकारी-कर्मचारी आयोजन की रूपरेखा व साहित्य तैयार करने में लगे हुए हैं।
बर्डफेयर के लोगो का विमोचन करते हुए जिला कलक्टर सिंह और रमाकुमारी ने इस आयोजन को सफलता की कामना की और लोगो की डिजाईन करने वाले चित्रकार रूपेश भावसार से लोगो के बारे में जानकारी ली। लोगो डिजाईनर भावसार ने बताया कि लोगो में वागड़ अंचल में बहुतायत से पाए जाने वाले भारतीय सारस को स्थान प्रदान किया गया है और इसके माध्यम से सारस क्रेन की लगातार घटती संख्या पर ध्यानाकर्षण किया गया है। इस मौके पर मानद वन्य जीव प्रतिपालक वीरेन्द्रसिंह बेड़सा और डूंगरपुर बड्र्स संस्थान के कमलेश शर्मा भी मौजूद थे। जिला कलक्टर सिंह ने बताया कि दो दिवसीय इस बर्ड फेयर के प्रथम दिन बर्डवॉचिंग के साथ बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं व वरिष्ठजनों व आगंतुकों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसी प्रकार दूसरे दिन वरिष्ठजनों के लिए बर्ड वॉचिंग व पक्षीगणना विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बर्डफेयर में देश-प्रदेश के ख्यातनाम बर्डवॉचर्स, वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर्स और पक्षी विशेषज्ञों के आने की संभावना है।