उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय ने इस शैक्षनिक सत्र 2013-14 से विश्वविद्यालय में नया पृथ्वी-विज्ञान संकाय गठित किया है। कुलपति प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने अकादमिक परिषद्, प्रबन्ध मण्डल तथा राजस्थान की राज्यपाल की अनुशंसा के पश्चात आदेश जारी करते हुए फेकल्टी ऑफ अर्थ साइंसेज स्थापित करने की घोषणा की। साथ ही एक अन्य आदेश के तहत भूविज्ञान विभाग के आचार्य प्रो. विनोद अग्रवाल को तीन वर्षों के लिए नवगठित संकाय का अध्यक्ष नियुक्त किया।
नवनियुक्त संकायाध्यक्ष प्रो. विनोद अग्रवाल ने बताया कि मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय ने शैक्षनिक-सुधार की दिशा में हमेशा से नवाचारों को प्राथमिकता दी है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा देशभर में पहल करते हुए नये पृथ्वी-विज्ञान संकाय को गठित किया है। इस संकाय में वर्तमान में विश्वविद्यालय में संचालित तीन विभागों क्रमशः भूविज्ञान विभाग, पर्यावरण विज्ञान विभाग एवं भूगोल विभाग को सम्मिलित किया है। शैक्षनिक सत्र 2013-14 से इन विभागों की स्नातकोत्तर एवं पीएचडी की उपाधियां फेकल्टी ऑफ अर्थ साइंसेज के अन्तर्गत प्रदान की जाएगी। प्रो. विनोद अग्रवाल ने बताया कि इस संकाय की स्थापना से एक ओर जहॉं शैक्षनिक वातावरण में व्यापक बदलाव आयेगा वहीं दूसरी ओर अन्तः विभागीय शोध को बढावा मिलेगा। भारत सरकार मे भी मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ सांइन्सेज् पृथक से है अतः इस मंत्रालय के माध्यम से विश्वविद्यालय में नई शोध परियोजनाएं लायी जायेगी।
भूविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एन. के. चौहान ने विश्वविद्यालय की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि राजस्थान प्रदेश की भागोलिक, भूवैज्ञानिक एवं पर्यावरणीय स्थतियों को देखते हुए पृथ्वी-विज्ञान संकाय की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे पृथ्वी विज्ञान से जुडे विभिन्न घटकों जैसे कि खनन एवं खनिज, भूजल एवं सतही-जल प्रबन्धन, आपदा प्रबन्धन, पर्यावरण संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबन्धन आदि के विकास में सहायता मिलेगी।