फतहनगर। यदि आप फतहनगर शहर में प्रवेश कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। धूणी बाईपास से शहर के लिए घुसते ही जलदाय विभाग के ऑफिस से अम्बेश पावनधाम तक वाहन की गति धीमी रखें।
वाहन चाहे साइकिल ही कयों न हों संभल कर ही चलाएगा नहीं तो आप किसी अस्पताल के खाट पर पड़े होंगे या फिर अधिक चोट पहुंची तो सीधे भगवान के दर्शन करेंगे। जी हां इस डेंजर जोन में आज दिन तक के इतिहास में कई लोग न केवल अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं अपितु कई चोटिल होकर आज भी दर्द को याद कर सिहर उठते हैं।
यह जोन बाहर से आने वाले व्यक्ति को शहर के हालात से वाकिफ करा जाता है। पिछले दिनों बारिश के दौरान तो इसके हालात इतने खराब थे कि लोग इस रास्ते से गुजरने तक में आना कानी करने लगे। इस परेशानी का असर विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिला जब कांग्रेस काबिज बोर्ड के बावजूद कांग्रेस फतहनगर-सनवाड़ पालिका क्षेत्र से करीब २४०० मतों के अंतर से पिछड़ गई। हालांकि पालिका ने पेवरीकरण का ठेका कर दिया है लेकिन इस जोन में अब तक भी ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया है। भारतीय जीवन बीमा निगम के सेटेलाइट कार्यालय के बाहर गिट्टी डालकर इति कर ली तथा आगे तो सडक़ जस की तस पड़ी है। विनायक वाटिका के सामने सडक़ दोनों ओर से कट चुकी है। गन्दा पानी भी सडक़ पर बहता है। सडक़ के किनारे पत्थर तक पड़े हैं जिनसे रात के अंधेरे में हादसा होने का अंदेशा बना रहता है। रात को यदि दुपहिया वाहनधारी थोड़ा सा भी चूका नहीं कि हादसे का शिकार हो जाता है। इस जोन के अलावा कृषि मण्डी की फाटक से आकोला चौराहा तक की सडक़ भी दुर्दशा का शिकार है। क्षेत्रवासी सुन्दरलाल तम्बोली ने बताया कि वर्षों से इस क्षेत्र में भी सरकार का एक पैसा नहीं लगा। बारिश के दिनों में यहां भी हालात खराब ही रहते हैं।