थ्री फेज कनेक्शन की एवज में मांगे थे
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सेरेमिक्स पावडर की फैक्ट्री में चौबीस घंटे थ्री फेज कनेक्शन करने की एवज में साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एवीवीएनएल) के बडग़ांव मंडल के सहायक अभियंता लक्ष्मण लीलानी को साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते शनिवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
मामले में लिप्त अधिशासी अभियंता व महिला कनिष्ठ अभियंता फरार हो गए, जिनकी तलाश जारी है। वहीं, अधीक्षण अभियंता की भूमिका भी संदेहास्पद है, जिसकी भी जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार मेहतों का पाड़ा धानमंडी निवासी जलदीप स्वामी पुत्र केवलराम स्वामी की कामां बिहार डांगियों का गुड़ा, सुखेर में दादू जिरकोन्स (सेरेमिक पावडर जो टाइल्सों में चमक के लिए काम आता है) की फैक्ट्री है। यहां एक माह पूर्व थ्री फेज ग्रामीण कनेक्शन था, जिसमें बिजली छह घंटे आती थी। कनेक्शन को चौबीस घंटे थ्री फेज में कनवर्ट करने के लिए एक माह पूर्व बडग़ांव मंडल के सुखेर स्थित सहायक अभियंता कार्यालय में कनेक्शन के लिए प्रार्थना पत्र लगाया। उसके साथ शिव मार्बल के मालिक प्रजापत ने भी 24 घंटे थ्री फेज कनेक्शन के लिए आवेदन किया। उसने आवेदन के साथ-साथ 9500 रुपए भी डिमाण्ड के जमा कराए और दादू जिरोकोन्स का कनेक्शन शिफ्टिंग का होने के कारण डिमाण्ड राशि जमा नहीं करानी पड़ी।
बताया गया कि थ्री फेज कनेक्शन से शिव मार्बल की दूरी ढाई सौ मीटर है। गुलाबबाग पावरहाउस के पीछे कैलाश कॉलोनी निवासी सहायक अभियंता लक्ष्मण लीलानी पुत्र हरचंद राय ने दो सौ सोलह रुपए प्रति मीटर की दर से 54 हजार रुपए और 1.43 लाख रुपए ट्रांसफार्मर के लगने की बात कहते हुए रिपोर्ट तैयार कर अधिशासी अभियंता को भेज दी। दादू जिरोकेन्स के मालिक ने ब्यूररो में शिकायत की कि अनुसार शिव मार्बल से उसकी फैक्ट्री तक की उसकी दूरी के 43 हजार 200 रुपए खर्च आता हैं, जबकि सहायक अभियंता लीलानी कनेक्शन की एवज में साढ़े तीन लाख रुपए मांग रहा है। इसमें तीन लाख रुपए उपर के तथा पचास हजार रुपए कनेक्शन के बता रहा था।
शिकायत का सत्यापन होने पर आज सहायक अभियंता लीलानी ने परिवादी जलदीप को फोन कर एकलिंगनाथ पेट्रोल पम्प सुखेर बुलाया। फोन के मुताबिक फैक्ट्री मालिक रिश्वत के साढ़े तीन लाख रुपए पेट्रोल पम्प पर पहुंचा तो अभियंता लीलानी बाहर आया और रिश्वत के साढ़े तीन लाख रुपए लिए। पचास हजार रुपए एक जेब में तथा तीन लाख रुपए दूसरे जेब में रखे। राशि लेते ही इशारा मिला तो एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक राजीव जोशी के नेतृत्व में निरीक्षक हरीशचंद्रसिंह, हेड कांस्टेबल हिम्मतसिंह, जितेंद्र सनाढ्य, विक्रमसिंह अख्तर खान, मोहनसिंह, मुनीर मोहम्मद, संतोष कुमार, ओंकारसिंह, बाबूलाल नेहरा तथा श्रीमती संजू ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया और उसकी पेंट की जेब से रिश्वत की राशि बरामद कर ली। मौके की कार्रवाई पूर्ण कर आरोपी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने इस राशि में से पचास-पचास हजार रुपए कनिष्ठ अभियंता बड़ी सादड़ी निवासी श्रीमती मनोज मीणा तथा अधिशासी अभियंता श्रवण कुमार बिडि़यासर के होना बताया। उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर एईएन व एक्सईएन को भी आरोपी बनाया गया है। कनिष्ठ अभियंता अवकाश होने के कारण अपने गांव बड़ी सादड़ी गई हुई होना बताया जबकि अधिशासी अभियंता श्रवण कुमार जयपुर में होना पता चला, जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।