तीसरा साथी संतरी की ड्यूटी छोड़ भागा
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हिस्ट्रीशीटर से अठारह हजार रुपए की रिश्वत लेते शहर के सुखेर थाने के दो सिपाहियों को गिरफ्तार किया। यह राशि उन्होंने हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तारी से बचाने के लिए ली थी। दोनों सिपाही थाने के बाहर पकड़े गए, जबकि उनका तीसरा साथी थाने पर संतरी की ड्यूटी छोडक़र फरार हो गया।
पकड़े गए सिपाहियों में रूपवास (भरतपुर) निवासी धीरज शर्मा तथा हबीवपुर (भरतपुर) निवासी नाहरसिंह मीणा शामिल हैं जबकि संतरी की ड्यूटी पर तैनात टौंक निवासी खुशीराम जाट अपने साथियों के पकड़े जाते ही सेवा छोडक़र भाग निकला। बताया गया कि इन सिपाहियों ने सुखेर थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर बेदला निवासी विक्रमसिंह पंवार से गिरफ्तारी से बचाने के एवज में बीस हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। शुक्रवार देर शाम जब विक्रमसिंह सिपाहियों की बताई जगह पर रिश्वत राशि देने पहुंचा तो वहां सिपाही नाहरसिंह तथा धीरज शर्मा मिले। उन्होंने बीस हजार रुपए लेने के बाद दो हजार रुपए पार्टी मनाने के लिए विक्रमसिंह को लौटा दिए थे। दोनों राशि लेकर थाने जा रहे थे कि उन्हें ब्यूरो टीम ने दबोच लिया था।
संदेह के दायरे में पुलिस अधिकारी
ब्यूरो ने इस मामले में थाने के पुलिस अधिकारियों पर भी संदेह जताया है। विक्रमसिंह को गुरुवार को ही तीनों ही आरोपी सिपाहियों ने आदतन अपराधी की धारा 110 के तहत गिरफ्तार किया था तथा एडीएमसिटी के समक्ष पेश किया था। जहां से उसे पाबंद कर रिहा कर दिया था। ब्यूरो ने बताया कि जब एक अन्य मामले में सुखेर थाना पुलिस को उसकी गिरफ्तारी करनी थी तो उसे दुबारा गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। ब्यूरो का कहना है कि इससे जाहिर है कि इस मामले में पुलिस अधिकारियों की लिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता।