अशोकनगर में हुई चोरी का राजफाश, पौत्र ही निकले आरोपी
उदयपुर। भूपालपुरा थाना क्षेत्र में अशोकनगर स्थित मकान से हुई कथित एक करोड़ की चोरी के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी परिवादी के ही पौत्र हैं। चोरी 30 लाख की बताई जा रही है। बैंक में एक लॉकर को खोलने के बाद असली रकम का पता चल पाएगा।
उल्लेखनीय है कि अशोकनगर निवासी धर्मचंद झोटा के पिछले 26 दिन से अपने पुत्र के यहां सूरत में प्रवास के दौरान पीछे उनके निवास से पहले एक करोड़, फिर 50 और अब 30 लाख की चोरी का मामला दर्ज कराया था। आरोपी उनके ही दोनों पौत्र निकले जो नशेड़ी हैं। चरस एवं अफीम का सेवन करने वाले दोनों पौत्र को पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने सब कुछ उगल दिया।
पुलिस उपअधीक्षक गोवर्धनलाल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि 5 जनवरी को धर्मचंद झोटा एवं उनकी पत्नीर के सूरत अपने दूसरे पुत्र के पास जाने के बाद 11 जनवरी को उनके दूसरे पुत्र राजकुमार के पुत्रों शुभम एवं सोनिल ने वारदात की। चोरी करने के बाद उन्हों ने वारदात को चोरों द्वारा चोरी करने का रूप देने के लिए दरवाजे को तोड़ दिया और ताले भी तोडे़। जब इनके माता-पिता दोनों घर से बाहर थे, तब इन्होंरने दिन में चोरी की और इस तरह से वारदात को अंजाम दिया ताकि पेशेवर चोरों द्वारा वारदात को अंजाम दिया ताकि इन पर शक न हो।
चोरी के बाद गए मुंबई
उन्होंने बताया कि थानाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह के निर्देशन में गठित टीम ने अनुसंधान में पाया कि दोनों भाई नशे के आदी हैं। दोनों ने बाजार से काफी रूपया उधार ले रखा था जिसे चुकाने के लिए उन्होंने चोरी की। चोरी के बाद कुछ जेवर इन्होंने उदयपुर में तथा कुछ मुंबई में बेचे। यहां एक एडवोकेट ने इनके जेवर बिकवाने में सहायता की जिसकी भी कुछ रकम इन पर बकाया थी। फिर यहां से घूमने, मौज मस्ती करने के लिहाज से मुंबई-गोवा भी गए। मुंबई ये अपने दो दोस्त नरपत एवं राजसिंह के साथ अल्टोत कार में गए थे। मुंबई में स्मैक लेने के दौरान इन्हें पकड़ा गया जहां से जानकारी मिलने पर इनके परिजन छुड़वाने मुंबई पहुंचे, तब सारी जानकारी मिली। इससे पहले चोरी के पैसे से इन्होंने सूरजपोल स्थित मोबाइल शॉप से इन्हों ने 35 हजार रुपए का एक मोबाइल भी खरीदा।
एएसपी लखमनराय एवं डिप्टी गोवर्धनलाल के निर्देशन में थानाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल अर्जुनसिंह, गोठीलाल, कांस्टेशबल बनवारीलाल, देवेन्द्रव, प्रीतमसिंह आदि ने अनुसंधान कर मामले का एक ही दिन में खुलासा कर दिया। पुलिस इनसे पूछताछ कर माल बरामदगी का प्रयास कर रही है।