मां गायत्री हॉस्पिटल में हुए ऑपरेशन
मरीज जी रहे हैं सामान्य जीवन
उदयपुर। उदयपुर अब एज्यूकेशन के साथ मेडिकल फील्ड में भी हब बनने की ओर अग्रसर है। इसी पथ पर चलते हुए पैर काटने जैसी स्थिति वाले युवा की मां गायत्री हॉस्पिटल में माइक्रो प्लास्टिक सर्जरी की गई। यह ऑपरेशन चिकित्सक डॉ. किरण एस. पेटकर ने किया।
हॉस्पिटल में यहां पत्रकारों से बातचीत में डॉ. किरण ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी और माइक्रो सर्जरी जैसे उपचार अब उदयपुर में भी उपलब्ध हैं लेकिन जागरूकता के अभाव में अभिभावक एवं मरीज उपचार नहीं करवा पाते हैं। लगभग कटे हुए हाथ, पांव को वापस जोड़कर पूर्व अवस्था में ले आना मानों उनके लिए सहज है। अभी हाल ही में उन्होंने देलवाड़ा निवासी सुरेश मेघवाल की पीठ से त्वचा एवं अन्य हिस्से निकालकर पैर के लगभग खत्म हो चुके तलवे को फिर से चलने जैसी स्थिति में कर दिया। अब सुरेश फिजियोथैरेपी ले रहा है और चल पा रहा है।
इसी प्रकार जयपुर से वापस लौटे बेकलियावास (अजमेर) निवासी मिश्रीलाल के भी तलवे का तीन माह पूर्व ऑपरेशन किया था जो आज न सिर्फ अपने पैरों पर चल पा रहा है बल्कि वजन उठाकर काम भी कर पा रहा है। मिश्रीलाल ने बताया कि जयपुर से अंतिम अवस्था में उन्हें पैर काटना ही बताया था लेकिन वहां से अहमदाबाद के लिए निकलने के बाद उन्हें मां गायत्री हॉस्पिटल की जानकारी मिली। यहां आकर उन्हें बहुत संतुष्टि मिली।