माकपा ने रैली निकाल किया प्रदर्शन
उदयपुर। हर व्यक्ति का अपना घर हो, यह उसका सपना ही नहीं अधिकार भी है और किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार या प्रशासन अगर आम जनता के अधिकारों के प्रति संवेदनशील रवैया नहीं अपनाते हैं तो उन्हें परिणाम भुगतने को भी तैयार रहना होगा।
ये विचार माकपा के राज्य सचिव प्रो. वासुदेव शर्मा ने आवास अधिकार संघर्ष मंच की ओर से हर बेघरबार को आवास मिलने की नीति बनाने के लिए नगर विकास प्रन्यास के सामने हुए प्रदर्शन के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार के खिलाफ अपना मत देकर भाजपा को भारी बहुमत दिया, लेकिन उसने भी अगर अपनी नीतियां आम जनता के हित में नहीं रखी तो उन्हें भी उसका परिणाम लोकसभा चुनाव में भुगतना होगा।
प्रो. शर्मा ने प्रदर्शनकारियों का हौंसला बढाते हुए बताया कि पिछली वसुंधरा सरकार के समय जयपुर में एक लाख किसानों ने बिजली के दाम नहीं बढ़ाने की मांग को लेकर पार्टी के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला था और वसुंधरा सरकार को उस आंदोलन के सामने झुक कर किसानों की बिजली का दाम नहीं बढ़ाने का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस बार हम जनता की इस वाजिब मांग को लेकर उदयपुर से अनिश्चितकालीन पड़ाव का कार्यक्रम शुरू करेंगे तथा उदयपुर में प्रारम्भ हुआ यह आंदोलन पूरे देश को एक दिशा देगा।
सभा को जिला सचिव बी. एल. सिंघवी, मंच अध्यक्ष मोहनलाल खोखावत, पार्षद राजेश सिंघवी, सभा को के. आर. सिद्दीकी, गुमानसिंह राव, भीम सिंह सिसोदिया, हमेर सिंह, शैलेन्द्र मेहता, रामचन्द्र राव, ललित मीणा, दामोदर कुमावत, शहजाद खान, सुमन गमेती, राजकुमारी जैन, शमशेर खान, रीना खत्री, जावेद खान, रणजीत सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। सभा की अध्यक्षता भूरी बाई ने की।
नगर विकास प्रन्यास के सामने हुए प्रदर्शन के पूर्व हजारों कार्यकर्ता टाउन हॉल में एकत्रित हुए, जो हाथों में अपनी मांगों की तख्तियां व लाल झण्डे लेकर रैली के रूप में बापू बाजार, सूरजपोल, मुखर्जी चौक, घण्टाघर, हाथीपोल, चेटक होते हुए नगर विकास प्रन्यास पहुंचे। कार्यकर्ता हम अपना अधिकार मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते। धरती अपने आप की, नहीं किसी के बाप की। प्लॉट दो मकान दो, जीने का अधिकार दो। धरती मां की नीलामी बंद करो। भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करो। इंकलाब जिंदाबाद आदि नारे लगाते हुए रैली में चल रहे थे।
प्रदर्शन के बाद बी. एल. सिंघवी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल ने यूआईटी सचिव को ज्ञापन देकर उदयपुर में सभी आवासहीन लोगों को न्यूनतम रेट पर कम से कम 1000 वर्गफीट प्लॉट देने या मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बना न्यूनतम किश्त पर फ्लैट देने के लिए संगठन से इस बारे में लिखित समझौता करने, शहरी भूमि हदबंदी कानून लागू करने, भूमाफियाओं एवं भूमि दलालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने, प्लॉटों की नीलामी बंद करने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान 2 मार्च 2014 तक नगर विकास प्रन्यास एवं प्रशासन द्वारा लिखित समझौता नहीं करने पर 3 मार्च से कलक्ट्रेट कार्यालय पर अनिश्चित कालीन पड़ाव डालने का निर्णय लिया गया। बी. एल. सिंघवी ने बताया कि सभी को आवास मिले, ऐसी नीति बनाने की मांग को लेकर किये जाने वाले आंदोलन को मजबूती एवं दिशा देने के लिए माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृन्दा करात 3 मार्च 2014 को उदयपुर आएंगी।