उदयपुर। शहर में बुधवार का दिन हड़ताल, चक्कािजाम, प्रदर्शन के नाम रहा। एक ओर जहां संविदा नर्सिंगकर्मियों ने दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल रखकर प्रदर्शन किया वहीं एमबीबीएस की अवधि बढ़ाने के विरोध में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया। जहां बैंककर्मी दो दिन हड़ताल के बाद बुधवार को काम पर पहुंचे तो डाककर्मियों ने दो दिन की हड़ताल कर दी। न्याय की मांग को लेकर तेजाब पीडि़ता शालू जैन कलक्ट्रेट के समक्ष आमरण अनशन पर बैठ गई वहीं छात्रों ने सुखेर थाने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर प्रदर्शन किया तो आवास की मांग को लेकर माकपा ने यूआईटी के बाहर प्रदर्शन किया।
आरएनटी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध संविदा नर्सिंगकर्मियों ने टोकन हड़ताल की। ये सीधी भर्ती में बोनस अंकों के प्रावधान के चलते प्रक्रिया में देरी से आक्रोशित थे। इन्होंने गुरुवार से अनिश्चितकालीन अवकाश पर जाने की चेतावनी भी दी है।
मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया द्वारा एमबीबीएस की अवधि बढ़ाकर साढ़े सात वर्ष करने के विरोध में छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया। पहले यह अवधि साढे़ पांच वर्ष थी। इस दो वर्ष के तहत एक वर्ष इंटर्नशिप करनी होगी तथा दूसरे साल ग्रामीण इलाकों में सेवाएं देनी होंगी। इनका कहना था कि इससे समय खराब होगा और भविष्य पर असर पड़ेगा।
तेजाब पीडि़ता शालू जैन को हालांकि प्रशासन ने आमरण अनशन की अनुमति नहीं दी फिर भी वह दिन भर बैठी रही। उसका आरोप है कि 2009 में उस पर तेजाब से फेंका गया था। तब से वह जयपुर-नई दिल्ली तक चक्कर लगा चुकी है लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। अनशन की जिद के बाद हालांकि प्रशासन ने उसका शामियाना हटवा दिया और बाद में महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक श्वेता फगेडि़या मौके पर पहुंची और उसे आश्वस्त किया कि उसका मामला सरकार के पास भेज दिया गया है।
लम्बित वेतन समझौते की मांग को लेकर दो दिन से हड़ताल कर रहे बैंककर्मी आज बैंकों में पहुंचे जहां लम्बीे लम्बी कतारें लगी रहीं। उधर डाककर्मियों ने दो दिन की हड़ताल आज से शुरू कर दी। पोस्ट ऑफिस बंद रहे और चेटक स्थित कार्यालय पर डाककर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।