उदयपुर। आयड़ नदी मे प्रवाहित हो रहे विभिन्न प्रकार के रसायन अपशिष्ट, साबुन, डिटरजेन्ट घरो मे उपयोग हो रहे जिवाणु रोधी रसायनों व हारमोनल दवाईयों के प्रभाव को जाचने के लिए शुक्रवार को सेम्पल लिए गयें ।
सेम्पल आयड नदी के नौ विभिन्न स्थानों पर एवं पिछोला, फतहसागर, उदयसागर से लिए गयें। कॉमन वेल्थ साइन्टिफिक एंड इन्डस्ट्रीयल रिसर्च ओर्गेनाइजेशन आस्ट्रेलिया के प्रोफेसर राय कूकणा, युनिवरसीटी आफ वेस्टन सिडनी के प्रो. बसंत माहेश्वरी के नेतृत्व मे विद्या भवन, एमपीयूएटी, वॉलकेम इण्डिया लिमिटेड की प्रन्द्रह सदस्यी टीम ने लिए। सेम्पल के परिक्षण वॉलकेम, सीटीएई आरसीए, एंव आस्ट्रेलिया मे होगें। टीम मे प्रो. आर. सी. पुरोहित, अनिल मेहता, डा. के. के. यादव, डॉ. एस. के. यादव, डॉ. मनीष रावल, सुधीर कुमावत, उमाशंकर जोशी, विक्रम कुमावत, मनीष कुमावत एंव शोध विद्यार्थी शामिल थे।