जेठालाल के लिए पीएमसीएच ही बना सबकुछ
उदयपुर। जन्म देने वाले से बडा़ पालने वाला होता है। मेरी भी मर्जी यही है कि उपचार के बाद ठीक होकर यहीं सेवा करुं। यह कहना है कांकरोली निवासी जेठालाल गमेती का जिसका इन दिनों पीएमसीएच में उपचार चल रहा है। उसके उपचार का पूरा खर्च पीएमसीएच के सचिव राहुल अग्रवाल ने उठाया है।
करीब सात वर्ष पूर्व जेठालाल के मां-बाप की मौत के बाद से उसके भाई बहिन लावारिस छोड़कर चले गए। जेठालाल कई सालों तक उदयपुर के सवीना क्षेत्र में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तिया बनाने का काम करता रहा। नबम्वर 2013 में अचानक उसे बुखार आ गया और तीन दिन तक बुखार में तड़पने के कारण उसके पैर सुन्न पड गए। इलाज के लिए किसी ने उसकी मदद नहीं की। इस बीमारी के चलते उसके दोनो पैर खराब हो गए। सभी जगह इलाज करवा लिया लेकिन कहीं से कोई फायदा नहीं हुआ।
पीएमसीएच के सचिव राहुल अग्रवाल को जब जेठालाल के बारे में पता चला उन्होंने उसके इलाज के इलाज के लिए पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल भर्ती करा दिया जहां उसका इलाज हो रहॉं हैं।
जेठालाल ने कहा कि यहां स्टाफ के लोगों का पूरा सहयोग मिलता है और सही होकर हॉस्पिटल में सेवा करना चाहता हूं क्योंकि जन्म देने वाले मॉं-बाप तो नहीं हैं लेकिन अब हॉस्पिटल ही हमारा सब कुछ है।
पीएमसीएच के सचिव राहुल अग्रवाल ने कहा कि हमारी कोशिश हमेंशा यही रहेगी की सामाजिक सरोकारों को निभाते हुए हम हमेंशा मानवीय संवेदनाओ के साथ हर दीन-हीन और जरूरतमन्द की मदद कर सके।
पीएमसीएच के वाइस प्रेसिडेन्ट आशीष अग्रवाल ने कहा कि हॉस्पिटल की स्थापना का मकसद हर जरूरतमंद को निशुल्क इलाज मुहैया कराना हैं। जेठालाल जैसे जरूरतमन्दों की मदद और चेहरे की खुशहाली हमारे मकसद को और मजबूत करती है।