उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर को महिंद्रा एण्ड़ महिंद्रा लि. कम्पनी की महिंद्रा समृद्धि योजना के अन्तर्गत वर्ष 2014 का ‘कृषि शिक्षा सम्मान‘ प्रदान किया गया है।
सोमवार को नई दिल्ली के होटल अषोका मे आयोजित सम्मान समारोह में कृषि मंत्री, भारत सरकार, शरद पंवार ने यह पुरस्कार महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल को प्रदान किया। पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं रु. 2.11 लाख नकद विश्वविद्यालय को प्रदान किए गए। प्रो. गिल ने विश्वविद्यालय को मिले इस राष्ट्रीय पुरस्कार को प्रतिष्ठापूर्ण सम्मान बताते हुए विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, वैज्ञानिकों व कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश के 68 कृषि विश्वविद्यालयों में से एमपीयूएटी को इस सम्मान के लिये चुना गया। उन्होंने इस पुरस्कार को विश्वविद्यालय को समर्पित किया। प्रो. गिल ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षा, अनुसंधान व प्रसार क्षेत्र में टीम भावना के साथ उल्लेखनीय कार्य व प्रदर्शन की वजह से आज विश्वविद्यालय को यह सम्मान प्राप्त करने का अवसर मिला है। उन्होंने विशेष रूप से कृषि मे नवोन्मेषी तकनीकों के माध्यम से उत्पादन व ग्रामीण समृद्धि को बढ़ाने के लिये अधिष्ठाताओं एवं निदेशकों के कुशल मार्गदर्शन में सीताफल के प्रसंस्करण मे उद्यानिकी के ड़ॉ. आर. ए. कौशिक व प्रताप धन पर आधारित आंगन की कुक्कुटशाला के लिए ड़ॉ. एस. पी. टेलर को उल्लेखनीय योगदान हेतु बधाई भी दी।
विश्वविद्यालय के प्रसार षिक्षा निदेषक प्रो. आई. जे. माथुर ने बताया कि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर की सहभागिता से महिंद्रा एण्ड़ महिंद्रा लि. कम्पनी की महिंद्रा समृद्धि योजना के अन्तर्गत महिंद्रा समृद्धि इण्ड़िया एग्री अवार्ड प्रदान किये गए थे। इन पुरस्कारों के चयन हेतु कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव आषीष बहुगुणा की अघ्यक्षता मे एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई थी। कृषि मे नवोन्मेषी तकनीकों के माध्यम से उत्पादन बढ़ाने व ग्रामीण समृद्धि की दिशा में किये गए प्रयासों के मद्धेनज़र यह पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। प्रो. माथुर ने बताया कि ‘कृषि शिक्षा सम्मान‘ हमें मिलना विश्वविद्यालय के लिये गर्व की बात है।