उदयपुर दौरा पूर्ण कर लौटीं जयपुर
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने उदयपुर प्रवास के दौरान दूसरे दिन गुरुवार को विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। फतहसागर किनारे स्वाीमी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद जलकुंभी साफ करने वाली डिविडिंग मशीन देखकर खुश हुईं। फिर फतहसागर की पाल किनारे 20.70 करोड़ की लागत से बनाए गए सार्वजनिक उद्यान का लोकार्पण किया। इसके बाद बेड़वास में अफोर्डेबल हाउसिंग के लिए शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार सुबह नियत समय 9 बजे के बजाय दो घंटे देरी से 11 बजे सर्किट हाउस के बाहर पहुंची जहां बटन दबाकर एवं पट्टिका का अनावरण कर नवस्थाेपित स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा का विधिवत लोकार्पण किया। नगर निगम द्वारा स्थापित यह 1850 किलोग्राम वजनी कांस्य प्रतिमा 10 फीट ऊंची है, जिसके निर्माण पर कुल 11.60 लाख की लागत आई है। 10 गुना 8 फीट विराजित इस प्रतिमा को फतहसागर झील के किनारे सर्किट हाउस के पास निर्माणाधीन पार्क में स्थापित किया गया है।
इस मौके पर मेयर रजनी डांगी ने झीलों को स्वच्छ रखने के लिए नवस्थापित डिविडिंग मशीन की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। वसुंधरा डिविडिंग मशीन देखकर खुश हुईं और कहा कि आवश्यनकता पड़ने पर अन्यझ संभाग मुख्यांलयों पर भी मंगवाई जाएगी।
फिर इसके बाद फतहसागर की पाल पर सार्वजनिक उद्यान एवं पाल सौंदर्यीकरण कार्य का पट्टिका अनावरण कर लोकार्पण किया। नगर विकास प्रन्यास द्वारा राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत फतहसागर झील एवं पाल सौंदर्यीकरण पर 20.70 करोड़ रुपए व्यय किये गए हैं। राजे ने फतहसागर की पाल पर पुष्प प्रदर्शनी, उद्यान एवं सौंदर्यीकरण कार्य का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि उदयपुर को पर्यटन के दृष्टिगत और बेहतर एवं आकर्षक बनाया जाएगा। उन्होंरने उदयपुर जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेंडणेकर की प्रशंसा करते हुए कहा कि जोधपुर, अजमेर, बीकानेर आदि जिलों के कलक्टर्स को भी उदयपुर का भ्रमण करा कर यहां की तर्ज पर शहर सौंदर्यीकरण योजनाएं बनाने की पहल की जाएगी।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यजमंत्री को बताया कि फतहसागर झील के निर्माता महाराणा फतहसिंहजी की प्रतिमा भी फतहसागर के आसपास स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। उद्यान में मेवाड़ की विभूतियों की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत फतहसागर पर हुए इन कार्यों में 15 करोड़ की लागत से लेक फ्रण्ट डवलपमेन्ट कार्य, वर्षा जल हेतु फीडर सुधार कार्य, विभिन्न सौंदर्यीकरण कार्यों में फहतसागर पाल की चौडा़ई 800 मीटर बढा़ना, दोनों छोर पर पार्किंग स्थल का विकास, 125 मीटर लम्बी रिटेनिंग वॉल के माध्यम से गैलेरी का निर्माण, फुटपाथ, बैंचें, छतरियों का जीर्णोंद्घार, सड़क सुदृढी़करण, लाइटिंग, फ्लोटिंग फाउण्टेन, फ्लोटिंग पन्टून एवं बंसियां लगाने आदि कार्य सम्पादित कराये गये, जबकि पाल की डाउन स्ट्रीम पर उद्यान विकसित किया गया है, जिसमें 5.70 करोड़ लागत से उद्यान विकास, विद्युतीकरण, फव्वारे, पौधरोपण एवं लेण्डस्केपिंग आदि कार्य सम्पादित कराए गए हैं।
फ्लैट होने के बावजूद रहते हैं झोंपडे़ में ही
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बेड़वास में राजस्थान मेगा हाउसिंग योजना के शिलान्यास समारोह में कहा कि गरीबों के लिए बनी सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबों को तो नहीं मिल पाता उनकी आड़ में दूसरे लोग उन योजनाओं का लाभ उठा लेते हैं। गरीबों के लिए बनी योजनाओं का लाभ उन्हें ही मिले, सरकार इसका पुख्ता इंतजाम करेगी। उन्होंने साफ कहा कि आवासीय योजनाओं में गरीबों के लिए फ्लैट तो आवंटित हो जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी गरीब झोंपडे में ही रहता है। लेकिन उनकी सरकार ऐसा नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि इस योजना में जिन लोगों के नाम से फ्लैट स्वीकृत हुए हैं उनका उपयोग वे ही करें। इस बात का पूरा खयाल रखा जाए।
कार्यक्रम के दौरान सांसद भूपेन्द्र यादव, विधायक अशोक परनामी, महापौर रजनी डांगी, संभागीय आयुक्त वैभव गालरिया, पुलिस महानिरीक्षक जी. एन. पुरोहित, जिला कलक्टर आशुतोष ए. टी. पेडणेकर, पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा, नगर विकास प्रन्यास सचिव रामनिवास मेहता, एनएलसीपी के प्रभारी बी. एल. कोठारी सहित बडी़ संख्या में पार्षद, अधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।