कल से खनिज उद्योग की समस्याएं एवं तकनीकी प्रगति विषयक सेमिनार
उदयपुर। ‘खनिज उद्योग की समस्याएँ एवं तकनीकी प्रगति’ विषय पर एमईएआई राजस्थान चैप्टर एवं महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय सेमीनार सात व आठ मार्च को सीटीएई के सभागार में आयोजित होगा। जिसमें देश-विदेश के 300 से अधिक विशेषज्ञ भाग लेंगे।
बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि खनिज राष्ट्रीय सम्पदा है और देश की आर्थिक प्रगति में इसकी भागीदारी बढ़ाने में कई समस्याएं आ रही हैं। तकनीकी विकास के साथ ही यह भी आवश्यक है कि इस उद्योग को पनपने के लिए उचित वातावरण मिले। इन समस्याओं पर चर्चा कर उनका हल ढूंढना तथा तकनीकी प्रगति का समावेश कर समेकित विकास के उद्देश्य से राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश-विदेश की विभिन्न खनन कम्पनियों के प्रबन्धक, अभियन्ता गण एवं मालिक भाग लेंगे। सेमिनार में इससे जुड़ी कानूनी समस्याएं, नए भूमि भूमि अधिग्रहण कानून, पर्यावरण एवं वन विभाग की मंजूरी सम्बन्धी समस्याएं, गैर कानूनी खनन के विपरीत प्रभाव, खनन उद्योग में मशीनीकरण एवं आईटी तकनीक के उपयोग से समेकित विकास, मशीनीकरण से इमारती पत्थर के खनन का विकास तथा खनन उद्योग मे समाज का योगदान विषय पर चर्चा होगी।
इस संगोष्ठी का उद्घाटन सात मार्च सुबह साढ़े दस बजे कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल करेंगे। जिसके विशिष्ठ अतिथि उप महानिदेशक खान सुरक्षा बी.पी. आहुजा होंगे। अध्यक्षता माइनिंग इंजीनियसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ए. बागछी करेंगे। मुख्य वक्ता स्टेट लेवल अपराइसल कमेटी आरपीसीबी जयपुर के प्रोफेसर टी. आई. खान होंगे।