उदयपुर। राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय में आरोग्य दिवस पर शनिवार को लगे शिविर में डेढ़ सौ से अधिक महिला-पुरुषों ने निशुल्क डायबिटीज जांच करवाई। आरामतलब एवं आलस्यपूर्ण जीवन शैली के परिणाम स्वरूप आज अत्यधिक बच्चों, जवानों, प्रौढ़ स्त्री-पुरुषों में डायबिटीज का रोग निरन्तर बढ़ रहा है।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ.शोभालाल औदीच्य ने बताया कि यह रोग पाचन संस्थान संबंधी दोष के कारण होता है तथा मस्तिष्क से अधिक काम लेने से भी अक्सर यह रोग हो जाता है। अत्यधिक मानसिक तनाव भी डायबिटीज का मुख्य कारण है। आयुर्वेद में वर्णित खानपान में परिवर्तन लाकर मधुमेह पर काबू पाया जा सकता है तथा आयुर्वेद में बतायी दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन कर एवं अपने खान-पान में आंवला, हल्दी, करेला, जामुन की गुठली, विजयासार, मैथी, गुड़मार, दारू हल्दी, बेहडा़, हरड, देवदारू आदि का प्रयोग कर डायबिटीज रोग से बचा जा सकता है। शिविर में डॉ. विष्णु बंशीवाल, नर्स रुक्मिणी खराडी़, अमृतलाल परमार, नर्स इंदिरा डामोर, कम्पाउण्डर शंकरलाल मीणा, परिचारक रामसिंह ठाकुर ने निशुल्क सेवाएं प्रदान दी।