महावीर जयंती पर निकली भव्य शोभायात्रा
महिलाओं के डांडिया रास ने तो बच्चों के बैंड ने खूब लुभाया
उदयपुर। त्रिशलानंदन वीर की. . जय बोलो महावीर की.., वंदे वीरम. ., एक दो तीन चार-महावीर की जय जयकार के नारों से रविवार को झीलों की नगरी गूंज उठी। पूरा शहर मानों महावीरमय हो गया था। मौका था श्रमण भगवान महावीर का 2613 वें जन्म कल्याणक महोत्सव पर महावीर जैन परिषद के बैनर तले नौ दिन से चल रहे कार्यक्रमों के तहत अंतिम दिन रविवार को शहर में भव्य शोभायात्रा का।
इससे पूर्व शहर के उपनगरों में प्रभात फेरियां निकाली गर्ईं जो आठ बजे टाउनहॉल प्रांगण पहुंचकर मुख्य शोभायात्रा में शामिल हुई। दिगम्बर, श्वेताम्बर से परे हटकर शोभायात्रा में शामिल होकर समाज के लोगों ने एकजुट होने का परिचय दिया। सकल जैन समाज की इस रैली में न सिर्फ ज्वलंत मुद्दों को लेकर झांकियां शामिल की गई बल्कि भगवान महावीर के सिद्धांत एवं पांच महाव्रतों पर भी झांकियां बनाई गई।
परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि शोभायात्रा का आगाज तपोनिधि से अलंकृत जीवनसिंह लीलादेवी मेहता के ध्वजारोहण से हुआ। शोभायात्रा में सबसे आगे जैन ध्वज से सजी धजी एस्कॉर्ट चल रही थी। इसके पीछे गजराज थे जिनके दोनों ओर महावीर जैन परिषद का बैनर जैन समाज के एक होने का परिचय दे रहा था। बच्चे स्केटिंग करते निरंतर संयम के पथ पर चलने की प्रेरणा देते हुए धीरे धीरे शोभायात्रा का नेतृत्व कर रहे थे। इनके पीछे ऊंटगाड़ी में शहनाई वादक तबले के साथ जैन भक्ति गीतों की धुनें बिखेर कर माहौल को भक्तिमय बना रहे थे।
एक जैसी गणवेश में रॉयल मोटर्स एवं राजमंदिर बजाज के 31 युवा अपनी बाइक पर दो दो की पंक्ति में चल रहे थे। इनके पीछे 5 घोड़ों पर हाथों में जैन ध्वज लिए समाजजन समुदाय की पताका फहरा रहे थे। फिर जैन प्रतीक एवं सप्तकिरण रथ अपनी अलग ही महिमा बिखेर रहा था। पीली गणवेश में सजे धजे मास्टर बुलबुल बैंड के कार्यकर्ता णमोकार महामंत्र की ध्वनि बिखेर रहे थे।
झांकियों का क्रम
इसके बाद शुरू हुआ झांकियों का क्रम जो देखने के लिए हर कोई राहगीर भी थम गया। सबसे पहले तेरापंथ युवक परिषद की मतदान के प्रति जागरूकता को लेकर सजाई गई झांकी थी जो मतदान करने को प्रेरित कर रही थी वहीं आराधना महिला मंडल की ओर से सरल ब्लड बैंक की झांकी जरूरतमंदों के लिए रक्तदान करने की प्रेरणा दे रही थी। इसके बाद दुष्कर्मियों को कड़ी सजा नो बेल-ओनली जेल की मांग को बढ़ावा देती जैन जागृति महिला मंडल की झांकी शामिल हुई वहीं नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराती सर्वयशा दशा हुमड़ जैन परिषद की झांकी थी।
इसके बाद श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के ज्ञानशाला प्रकोष्ठ के बच्चे भगवान महावीर के जयकारे लगा रहे थे। इसमें वासुपूज्य दादा भक्ति मंडल के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। इनके पीछे ऊंटगाड़ी पर भगवान महावीर के पांच महाव्रतों की झांकी अपनी अलग ही छटा बिखेर रही थी वहीं अहिंसा परमो धर्म एवं जैनम जयति शासनम् का संदेश देती झांकी हर किसी को पढऩे को प्रेरित कर रही थी। दिगम्बर जैन बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय खेरादीवाड़ा की ओर से महावीर के 5 सिद्धांतों की झांकी शामिल की गई। फिर जवाहर जैन शिक्षण संस्था उच्च माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर 11, बड़ी सादड़ी जैन मित्र मंडल, सम्यक ज्ञानपीठ की ओर से वसीयत की झांकी लगाई गई जिसमें सूखी लकडिय़ों में चींटीयों, कीड़ों के कारण शरीर को अग्नि के हवाले नहीं करने के बजाय गैस से अंतिम संस्कार करने तथा दान के रूप में नेत्रदान करने का उल्लेख किया गया।
इनके बाद पार्श्वनाथ विद्या मंदिर जैन बोर्डिंग के बच्चे, समता युवा संघ की नेत्रदान को प्रेरित करती झांकी, वर्धमान महावीर सेवा समिति आयड़ की महिलाएं शामिल हुईं। फिर दिगम्बर जैन बालिकाओं का बैण्ड अपनी अलग ही आभा बिखेर रहा था। छोटे-छोटे बच्चों को बैण्ड पर कर्णप्रिय धुनें बिखरना हर किसी के मन को मोहित कर गया। लोढ़ा (ओसवाल) भाईपा संस्थान, वर्धमान साधुमार्गी स्थानकवासी जैन महिला मंडल की महिलाएं केसरिया एक सी केसरिया साडिय़ों में शोभायात्रा की शान बढ़ा रही थीं तो जैन जागृति महिला मंच की कार्यकर्ता डांडिया करती यात्रा की शोभा बढ़ा रही थीं।
दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा, वर्धमान स्थानकवासी जैन श्राविका संघ कुम्हारवाड़ा की कार्यकर्ता गुलाबी साड़ी में तो महावीर युवा मंच संस्थान महिला प्रकोष्ठ की कार्यकर्ता हाथों में 24 तीर्थंकर लिए लाल साड़ी में शामिल हुईं। इसके बाद तेरापंथ युवक परिषद के युवा कार्यकर्ता श्वेत गणवेश में मेवाड़ी पगड़ी धारण किए अध्यक्ष धीरेन्द्र मेहता के नेतृत्व में भगवान महावीर के जयकारे लगा रहे थे। इसमें विनोद माण्डोत, अभिषेक पोखरना, अरुण माण्डोत, प्रदीप सोनी आदि शोभायात्रा का संचालन कर रहे थे।
इसके बाद शुरू हुआ स्कूली बच्चों का क्रम जो दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा नवयुवक मंडल के बैनर तले, दिगम्बर जैन बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय खेरादीवाड़ा के बच्चे जैन ध्वज लहराते हुए चल रहे थे। महावीर विद्या मंदिर गणेशघाटी, दिगम्बर जैन महासमिति महिला संभाग, बीसा हुमड़ धर्मवद्र्धिनी महिला संगठन, पाश्र्वनाथ विद्या मंदिर जैन बोर्डिंग के बच्चे, श्री जैन अग्रवाल बाल मंदिर, श्री श्वेताम्बर बीसा हुमड़ महिला संगठन के बच्चे चल रहे थे। इनके पीछे केसरिया गणवेश में मयूर बैंड पर भगवान महावीर के गीत सुना रहे थे। जैनाचार्य देवेन्द्र महिला मंडल की महिला कार्यकर्ता, जवाहर जैन शिक्षण उच्च माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 11 की महिलाएं, महावीर स्वाध्याय मंडल के बैनर तले श्री जैन नीति नवयुवक मंडल के युवाओं का बैंड खासा आकर्षित कर रहा था। इनके पीछे ही गुण बाल जैन मंडल के बच्चे अपने बैंड की विशेषताओं को उद्धृत कर रहे थे। अंत में महावीर जैन विद्यालय के बच्चे हाथों में तख्तियां लिए, छोटे छोटे जैन ध्वज रूपी जैन समुदाय की पताका फहराते चल रहे थे।
बदला था रूट : इस बार मंडी के संकरे रास्तों के कारण यात्रा का रूट बदला गया था। शोभायात्रा टाउनहॉल से रवाना हुई जो सूरजपोल, बापू बाजार, देहलीगेट, भूपालवाड़ी, बड़ा बाजार, घंटाघर, मोती चोहट्टा, हाथीपोल, अश्विनी बाजार होते हुए वापस टाउनहॉल पहुंची।
लगाए गए 108 स्वागत द्वार : शोभायात्रा के पूरे मार्ग में 108 स्वाागत द्वार लगाए गए। इनमें नारायण सेवा संस्थान, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, दिगम्बर जैन दशा नरसिंहपुरा, बापू बाजार जैन व्यवसाय संघ, पारस सिंघवी, महाराणा प्रताप सेना, जैन युवा परिषद, बाहुबलि युवा मंच संस्थान, बर्तन एसोसिएशन, ओसवाल बड़े साजन सभा, बाघपुरा जैन मित्र मंडल, श्री जैन श्वेताम्बर बीसा हुमड़ नवयुवक मंडल, दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा बीसपंथी नवयुवक मंडल, श्रीमाल सेठ अचलगच्छ जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ एवं भारत विकास परिषद प्रताप आदि शामिल थे।
महावीर जैन परिषद के कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर ने बताया कि आरंभ में जीवनसिंह मेहता का मेवाड़ी पगड़ी, माल्यार्पण, उपरणा ओढ़ाकर सम्मान किया गया। शोभायात्रा के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गुलाबचंद कटारिया, महापौर रजनी डांगी, जिला प्रमुख मधु मेहता, देवेन्द्र छापिया, शांतिलाल नागदा, विनोद भोजावत, गणेशलाल मेहता, तेजसिंह बोल्या, यशवंत आंचलिया, वीरचंद मेहता, ताराचंद जैन, अर्जुन खोखावत आदि शामिल हुए।
शीतल पेय, आइसक्रीम : शोभायात्रा के पूरे मार्ग में स्टॉलें लगाकर शीतल पेय, मिल्क रोज, छाछ आदि का वितरण किया गया। विशेष तौर से बापू बाजार में बापू बाजार जैन व्यवसाय संघ, भूपालवाड़ी में, भड़भूजा घाटी, बड़ा बाजार आदि स्थानों पर शोभायात्रा के लोगों को रोक रोककर शीतल पेय पीकर गर्मी दूर करने का आग्रह करते नजर आए।
जैन जागृति सेंटर के अध्यक्ष महेन्द्र तलेसरा के नेतृत्व में मंत्री दीपक सिंघवी के साथ शोभायात्रा का सम्पूर्ण संचालन वॉकी टॉकी से सेंटर के सभी पदाधिकारी कर रहे थे। पदाधिकारियों को एक ही रंग के पीले टीशर्ट पहनाए गए थे।
सजाए गए चौराहे : शहर के सभी प्रमुख चौराहे विभिन्न टेंट व्यवसायियों की ओर से सजाए गए थे जो एक अलग ही आभा बिखेर रहे थे।
प्रभावना वितरण : टाउनहॉल में समापन पर नारायण सेवा संस्थान, समाज भूषण किरणमल सावनसुखा एवं नाकोड़ा ज्योतिष संस्थान के संस्थापक कांतिलाल जैन की ओर से प्रभावना वितरण की गई। साथ ही दिगम्बर जैन खंडेलवाल समाज की ओर से ठंडाई वितरण की गई।
आभार : महावीर जैन परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने जिला एवं पुलिस प्रशासन, नगर निगम, सकल जैन समाज, शहरवासियों, स्वागतकर्ताओं एवं इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट एवं ऑनलाइन मीडिया के प्रति आभार जताते हुए कहा कि सभी के सहयोग के बिना महावीर जयंती पर नौ दिवसीय कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक आयोजन करना संभव नहीं था।