लिफ्ट में फंसने से चौकीदार की हो गई थी मौत
उदयपुर। प्रतापनगर थाना क्षेत्र में बीती रात को लिफ्ट में फंसने से चौकीदार की दर्दनाक मौत के मामले में मृतक के परिजनों को दो लाख रुपए का मुआवजा दिया गया। इस घटना से वहां के रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात हीरावतों का बडिया घाटा भीम निवासी नवलसिंह (38) पुत्र छोगासिंह रावत विगत पंद्रह वर्षों से प्रतापनगर निवासी त्रिलोकसिंह और मुख्त्यार सिंह सरदार की मादड़ी स्थित फ्रेंड्स इंजीनियरिंग फैक्ट्री में चौकीदार पद पर कार्यरत था। मंगलवार को मालिकों ने उसे फोन कर अपने घर बुलाया था और दूसरी मंजिल पर रखे गमले को लाने के लिए कहा था। इस पर वह मकान के बाहरी हिस्से में लगी आउटर लिफ्ट में चढक़र उपर गया। लिफ्ट व मकान की दीवार के बीच आधा फिट का गेप था। छत पर जाकर गमले को लिफ्ट में रखकर वह चढऩे वाला था कि अचानक उसका पांव स्लिप हो गया और लिफ्ट व दीवार के बीच फंस गया था। उसी दौरान लिफ्ट चल पड़ी और नवलसिंह का शरीर खींचता हुआ नीचे जा गिरा। उसके पांव कट गए। रीढ़ की हड्डी पसलियां टूट गई थी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। पुलिस सूचना पर पहुंची तो उसका शव निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। गैस कटर से लिफ्ट को काटकर शव बाहर निकाला जा सका। उधर, पोस्टमार्टम की कार्रवाई के दौरान मकान मालिक ने मृतक के परिजनों को दो लाख रुपए मुआवजा देने की तय किया तब पोस्टमार्टम हुआ और परिजन शव ले गए। कल से इस घटना से उस मकान में रहने वाले ही नहीं, आसपास के लोगों का दिल दहल गया था। स्मरण रहे कि कुछ वर्ष पूर्व गोवर्धनविलास क्षेत्र स्थित एक कार के शोरूम की खुली लिफ्ट में फंसने से एक कर्मचारी की मौत हो गई थी।