गुरू पुष्कर की 21वीं पुण्यतिथि पर गुणानुवाद सभा
रोशन लाल झगड़ावत गुरू पुष्कर गौरव सम्मान से सम्मानित
उदयपुर। राष्ट्र संत गणेश मुनि शास्त्री ने कहा कि गुरु की कृपा से व्यक्ति का कल्याण होता है और गुरू के प्रति श्रद्धा रखने वाला निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। वे आज उपाध्याय पुष्कर मुनि शास्त्री की 21वीं पुण्यतिथि पर तारक गुरू जैन ग्रंथालय में आयोजित गुणानुवाद सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कल्पवृक्ष के नीचे बैठने वाले की हर मनोकामना पूर्ण होती है। गुरूदेव पुष्कर मुनि चिन्तामणि, कल्पवृक्ष व कामधेनू सदृक्ष थे। काव्यतीर्थ जिनेन्द्र मुनि ने ‘प्यारे भक्तों के भगवान, करलो गुरू पुष्कर का ध्यान। मन में बसे है गुरुवर गुरू पुष्कर स्तुति का पाठ किया। डॉ. सुभाष मुनि ने कहा कि पुष्कर मुनि, देवेन्द्र मुनि, गणेश मुनि, जिनेन्द्र मुनि ऐसे महापुरुषों के जीवन हमें बताते हैं कि हम भी अपने जीवन को बेहतर बनाएं। मृत्यु अटल है परन्तु मरने से पहले आप और हम संयम के रास्ते पर चलकर कुछ ऐसा काम कर जाए जिससे कि आने वाली पीढी के लिए हमारे पद चिन्ह पथ प्रदर्शक का काम करें। इस अवसर पर रोशनलाल झगडावत को इस वर्ष का पुष्कर गुरु गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया एवं 75 वर्ष पूर्ण कर चुके महिला-पुरूषों व 2 मई को दीक्षा लेने वाली निशा लोढा को भी शॅाल, माला व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। संघ के अध्यक्ष संजय भण्डारी ने भी संबोधित किया।
निशा की दीक्षा 2 मई को : आगामी 2 मई को दीक्षा लेने जा रही निशा लोढा़ ने कहा कि गुरु की असीम कृपा से मेरे बचपन का सपना अब 2 मई को पूर्ण होने जा रहा है। मैंने जीवन भर की खुशियां पाने के लिए अपना जीवन गुरु चरणो में समर्पित कर दिया है।
कर्यक्रम में डॉ. हर्ष प्रभा जी, सुलक्षणाजी, डॉ. राजश्री जी ने भी प्रवचन दिये तथा राजस्थान जैन कांफ्रेस, पुष्कर गुरू जैन संगठन समिति आदि संगठनो के पदाधिकारियों ने भी विचार व्यक्त किये। गुरू पुष्कर संगठन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंवर सेठ ने कार्यक्रम का संयोजन करते हुए पुष्कर मुनि के जीवन पर विचार भी व्यक्त किए।