उन्मूलन अभियान संबंधी बैठक
उदयपुर। शहर को याचक मुक्त बनाने एवं भिक्षावृति उन्मूलन अभियान के अन्तर्गत शुक्रवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पूर्व बैठक याचकों के उद्गम स्थान व भिक्षावृत्ति को दूर करने के साथ शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया गया। अमर सागर ज्ञान संस्थान द्वारा 40 बच्चों को स्कूल में प्रवेश करवाया गया।
उक्त अभियान में अधोहस्ताक्षरकर्ता द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक से वार्ता कर अपेक्षित सहयोग मांगा जिस पर उन्होंने सम्पूर्ण सकारात्मक रूप से सहयोग करते हुए सभी थानाधिकारियों को व साथ ही मुख्यत: टे्रफिक पुलिस को भी इस हेतु आवश्यक निर्देश दिए। अभियान की अगली कडी़ में सभी संस्थानों को आवंटित स्थानों पर पूर्ण सजगता व तत्परता के साथ प्रत्येक शनिवार को भिक्षावृति उन्मूलन अभियान हेतु सक्रिय रूप से कार्य करने व टे्रफिक पुलिस द्वारा आवश्यकतानुसार सड़कों पर उपस्थित याचकों के पुनर्वास हेतु फोन पर उनके पुनर्वास संबंधी कार्य करने हेतु कहा गया। यदि कोई बालक पुनर्वास आता है तो उन्हें किशोर गृह में तथा वृद्घ महिला व पुरुष पुनर्वासित होना चाहता है तो उन्हें वृद्घाश्रम में एवं कोई विशेष योग्यजन हो तो उन्हें नारायण सेवा संस्थान में आवासित किया जा सकेगा। बैठक में सहायक निदेशक बाल अधिकारिता एवं जिला बाल संरक्षण इकाई श्रीमती मीना शर्मा, उप अधीक्षक पुलिस (ट्रेफिक) आर. के. त्रिपाठी, सदस्य (बाल कल्याण समिति) आर. एस. धाकड़, परिवीक्षा अधिकारी व स्वयंसेवी संस्थाओं क्रमश: गायत्री सेवा संस्थान से शैलेन्द्र पण्ड्या, नोडल संस्थान, नारी उत्थान सेवा समिति, स्वतंत्रता सेनानी वी. पी. सिंह, चाइल्ड लाइन, सेवा मन्दिर, अमर ज्ञान संस्थान, महाराणा प्रताप विकास संस्थान, आसरा विकास संस्थान के प्रतिनिधि उपस्थित थे।