जयश्री कॉलोनी में बिना लाइसेंस के चला रही थी आयुर्वेदिक मसाज सेंटर
उदयपुर। शहर पुलिस ने शुक्रवार को शहर में एक बड़ी कार्यवाही करते हुए मसाज पार्लर के नाम पर वेश्यावृति करने में दो युवतियों को गिरफ्तार किया है। दोनों ही जयपुर की रहने वाली है और उदयपुर में रहकर यह गंदा काम कर रही थी।
डिप्टी गोवर्धनलाल ने बताया कि जरिए मुखबिर के सूचना मिली कि प्रतापनगर थाना क्षेत्र में बोहरागणेशजी क्षेत्र के जयश्री कॉलोनी में अवैध रूप से आयुर्वेदिक मसाज पार्लर के नाम पर वेश्यावृति का धंधा किया जा रहा है। आयुर्वेदिक मसाज पार्लर के नाम पर इस तरह से वेश्यावृति कर रही दोनों युवतियों के पास मसाज पार्लर का भी लाईसेंस नहीं था। इस सूचना पर डिप्टी गोवर्धनलाल के नेतृत्व में एक प्रतापनगर थानाधिकारी लाभूराम की टीम का गठन किया और एक सिपाही को बोगस ग्राहक बनाकर 2 हजार रुपए लेकर भेजा। टीम इस मकान के आसपास ही रूकी रही। जैसे ही सिपाही की ओर से इशारा मिला तो पुलिस टीम ने इस मकान पर दबिश दी। यह मकान जयश्री कॉलोनी निवासी के. आर. गंगवार का है। पुलिस की दबिश में इस मकान के एक फ्लोर में पुलिस की ओर से भेजे गए बोगस ग्राहक एक युवती के साथ आपत्तिजनक अवस्था में था। पुलिस इस मकान के इस फ्लोर में रह रही दो युवतियों को पकडक़र थाने में लेकर आई और पूछताछ की तो दोनों युवतियों ने अपने नाम पूनम (26) पुत्री गणपतसिंह निवासी विकास नगर जयपुर, नेहा (24) पुत्री श्यामसुंदर शर्मा निवासी वैशाली नगर जयपुर होना बताया। पुलिस ने दोनों युवतियों की तलाशी ली तो दोनों के पास में से पूनम के पास 4 हजार रूपए नेहा के पास दो हजार रूपए मिले। इसके साथ ही दोनों के पास 3 मोबाइल मिले। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। पुलिस इस मामले में मकान मालिक के. आर. गंगवार की भी भूमिका की भी जांच कर रही है और दोषी पाए जाने पर गिरफ्तार किया जाएगा।
3 माह से उदयपुर में चल रहा है धंधा : डिप्टी गोवर्धनलाल ने बताया कि दोनों युवतियां तीन माह से उदयपुर में रह रही है और इस मकान को 15 हजार रूपए में किराए पर लिया है और मजे से धंधा कर रही है। वहीं मकान मालिक ने एक भी बार इस ओर ध्यान नहीं दिया।
पड़ोसियों ने व्यक्त की खुशी : जब पुलिस ने दबिश दी और दोनों युवतियों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान मौके पर काफी संख्या में क्षेत्रवासी एकत्रित हो गए थे। लोगोंं ने पुलिस की इस कार्यवाही पर पुलिस को धन्यवाद दिया। पुलिस के अनुसार स्थानीय लोग इस तरह से चल रहे वेश्यावृति के व्यापार से आहत थे, परन्तु कुछ कर नहीं पा रहे थे।