उदयपुर। झाड़ोल तहसील के गोगला गांव स्थित आद्याशक्ति शक्तिपीठ परिसर में चल रही भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक बालसंत प्रियांशु महाराज ने शिव-पार्वती का विभिन्न सजीव झांकियों के माध्यम से वर्णन सुनाया।
उन्होनें कथा में महादेव कि पत्नी सती द्वारा महाराजा दक्ष के यग्य कुंड में जाकर प्राण त्यागना, वीरभद्र द्वारा दक्ष का वध, उसके बाद हिमालय के यहाँ पार्वती का जन्म, शिव-पार्वती विवाह आदि का वर्णन सुनाया। शिव पार्वती विबाह के वर्णन को विभिन्न झांकियों द्वारा बताया गया, जिसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा शिव व पार्वती के रूप धरे।
इस अवसर पर प्रियांशु महाराज ने शराब व धूम्रपान सेवन के कुप्रभाव पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शराब पीने से व्यक्ति न केवल अपना शारीरिक व मानसिक संतुलन खो बैठता है, वरन् उसकी आयु भी कम होती है। उन्होनें शराब सेवन के अन्य कुप्रभावों के बारें में भी बताया।
कथा के मध्य में गायक कलाकारों द्वारा गाये गए शिव भजनों पर सभी श्रोता झूमते हुए नाच उठे। अंत में शिव-पार्वती का पाणीग्रहण संस्कार के साथ इस प्रसंग का विराम हुआ। कथा पंडाल के पास ही स्थित परिसर में खाने-पीने,सौंदर्य प्रसाधन सामग्री व अन्य घरेलु उत्पादों के स्टालें लगी हुई है, जहंा श्रोताओं ने जमकर खरीददारी की, व डोलर,चकरी,झूलों का आनंद उठाया।