उदयपुर। कहते हैं कि होनी को कोई नहीं टाल सकता। उदयपुर से 60 किमी. दूर चित्तौड़गढ़ जिले में कपासन के समीप बांद्रा-उदयपुर द्रुतगामी ट्रेन से आज सुबह एक मिनी ट्रक मानवरहित क्रासिंग पर टकरा गई। हादसे में पांच जनों की मौत हो गई। बाद में एक जने को एमबी हॉस्पिटल में लाते समय रास्ते में मृत्यु हो गई। ट्रक सूंखला (चारा) लेकर क्रासिंग से निकलने का प्रयास कर रहा था। मृतकों में सभी बंजारा परिवार के थे।
जानकारी के अनुसार कपासन के समीप मानव रहित क्रासिंग सण्डियारड़ा समपार पर सुबह बांद्रा से उदयपुर ट्रेन आ रही थी। इसी दौरान यहां से कपासन की ओर मिनी ट्रक सूंखला (चारा) भरकर जा रहा था। ट्रेन को समीप आते देख मिनी ट्रक चालक ने जल्दीर जल्दीभ निकलने की कोशिश की लेकिन वह नहीं निकल पाया और ट्रेन से टकरा गया। टक्कर की भयावहता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ट्रक के चार टुकड़े हो गए और परखच्चे उड़ गए। पांच जनों की तो मौके पर ही मौत हो गई वहीं एक अन्य को लाते समय रास्ते में उदयपुर स्थित एम. बी. हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। हादसे में नाथी का खेड़ा निवासी बाबू (25), सोसर (22), बहन चंदू (20), राधा (18) की मौके पर ही मौत हो गई। नाथी का खेड़ा निवासी वकील, नगीना, सोनिया तथा जगदीश गंभीर घायल हो गए। इनमें जगदीश की रास्ते में लाते समय मौत हो गई।
लिखी थी मौत : सुबह ट्रक चालक बाबूलाल बंजारा ने तीन बजे सभी को उठाया कि सूंखला लेने जाना है। सभी ने कहा, बहुत जल्दी है। कुछ देर बाद चलेंगे लेकिन वह नहीं माना और सभी को लेकर निकल पड़ा। अगर कुछ देर से निकलता तो शायद बांद्रा ट्रेन निकल गई होती और वह बच जाते।
मौके पर चित्तौड़गढ़ जिला कलक्टर वेदप्रकाश, पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा, एएसपी यादराम सहित आसपास के थानाधिकारी, रेलवे के क्षेत्रीय अधिकारी हरफूलसिंह चौधरी, सहायक अभियंता राजाराम मीणा, आदि पहुंचे।