आवास विकास लिमिटेड का क्लर्क
उदयपुर। अफोर्डेबल हाउसिंग पॉलिसी के तहत बनने वाले मकानों में आवेदन के बाद रिफण्ड को लेकर आवास विकास लिमिटेड के क्लर्क को बैंक अकाउंट के माध्यबम से रिश्वत लेने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल यूनिट ने पकड़ा है। ब्यूरो की जयपुर गई टीम उसे लेकर शुक्रवार तक यहां पहुंचेगी।
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा ने बताया कि हिरणमगरी सेक्टर 14 गोवर्धन विलास निवासी ताराचंद पुत्र जयलाल धाकड़ ने राज्य सरकार की अफोर्डेबल हाउसिंग पॉलिसी के तहत बनने वाले मकानों के लिए आवेदन किया था। उसने अपनी बीवी के नाम से भी आवेदन किया था। आवास विकास लिमिटेड का कार्यालय जयपुर में जवाहर नगर में है। वहां रिफण्ड का काम नरेश कुमार पुत्र ब्रजलाल निवासी भारू (मंडावर) जिला झुंझुनूं देखता है। ताराचंद ने काफी समय तक रिफण्ड नहीं आने पर नरेश से सम्पर्क किया तो उसने पहले 500 रुपए मांगे। ताराचंद ने जब उदयपुर और जयपुर के बीच फासला काफी होने का हवाला दिया तो नरेश ने पंजाब नेशनल बैंक का अपना अकाउंट नंबर दिया और कहा कि उसमें जमा करा दो। ताराचंद ने 500 रुपए उसमें जमा करा दिए। उसके कुछ दिन बाद उसका 30 हजार रुपए का रिफण्ड आ गया। फिर बीवी लीला देवी के रिफण्ड की बात की तो नरेश ने कहा कि उसके अलग से पैसे लगेंगे। फिर मोलभाव के बाद 1500 रुपए पर बात तय हुई। इस पर उसने एसीबी की स्पेशल यूनिट को शिकायत करते हुए 1500 रुपए जमा कराए। ब्यूरो की टीम ने शिकायत सत्यापन कर टीम को जयपुर भेजा जहां से टीम ने नरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया और उसे लेकर शुक्रवार को उदयपुर पहुंचेगी।