मेवाड़ में सजेगा खाटूधाम का ‘श्याम दरबार’
टाउन हाल में 24 को श्याम भजन संध्या
उदयपुर। खाटूश्याम मित्र मण्डल ट्रस्ट द्वारा शनिवार को टाउन हॉल प्रांगण में अखिल भारतीय श्याम भजन संध्या का भव्य आयोजन किया जा रहा है। रात्रि 8.00 बजे स्वः प्रज्जवलित अखण्ड ज्योत, गणेश श्याम सालासर स्तुति, महाआरती से संध्या का आगाज होगा जो प्रभु इच्छा तक जारी रहेगी।
पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता श्याम भक्त नारायण अग्रवाल व ट्रस्ट अध्यक्ष के. के. गुप्ता, मुख्य अतिथि धीरेन्द्र सच्चान ने बताया कि भजन संध्या में ख्यातनाम भजन गायकों में एक कोलकाता के राजू मेहरा, सुरों की सरताज फरीदाबाद की मीनू शर्मा, बीकानेर के युवा गायक प्रवेश शर्मा, नई दिल्ली के मंच संचालक एवं गायक महावीर अग्रवाल बासु तथा 700 से अधिक स्वरचित भजनों की रचना एवं गायन करने वाले श्याम गीतकार, संगीतकार एवं गायक जयपुर के निजाम भाई, बिन्दू भाई, आजम भाई आर्केस्ट्रा पार्टी एवं संगीतकारों के दल के साथ सैकड़ों भजनों की अमृत वर्षा कर मेवाड़वासियों में नई स्फूर्ति, उमंग, उत्साह, महाआनंद व असीम ऊर्जा का संचार करेंगे।
महाआरती : श्याम संध्या रीत अनुसार प्रारम्भ एवं समापन प्रथम पूज्य गणपति, खाटू-श्याम बाबा, महादेव एवं सालासर हनुमान की प्रार्थना-स्तुति एवं महाआरती से होगी। सभी गायक सामुहिक रूप से इसे अंजाम देंगे।
छप्पन भोग का वितरण : प्रभु के प्रिय भोजन सवामणी चूरमा, मक्खन, केसर दूध, खीर, पंचामृत, पान बीडा़, खोपरा-नारियल, सभी प्रकार के सूखे मेवे, ताजा मौसमी फल, छप्पन मिष्ठान एवं व्यंजनों का भोग दरबार में सजाया जाएगा।
भक्त भी पदरायेंगे आहुतियां : ट्रस्टियों की देखरेख में आगन्तुकों को चंदन, कंकू एवं अक्षत का टीका लगाया जाएगा। सुरेश अग्रवाल व राजेश गोयल की कोशिश होगी कि श्याम दरबार में सभी भक्त भी अनवरत अखण्ड ज्योत में घृत, पंचमेवा, मिष्ठान, फल-फ्रुट, श्रीफल, खोपरा, पान, इलायची, छप्पन भोग, दिव्य पदार्थ, साकल्य की आहुतियॉ पदरा सके। यह सामग्री ट्रस्ट द्वारा निशुल्क उपलब्ध करायी जाएगी।
भव्य मंच : मेवाड़ में अपनी तरह के प्रथम भव्य मंच की लम्बाई 80 फीट, चौडाई 40 फीट तथा उचाई 61 फीट होगी। प्रथम मंजिल 12 फीट उंची होगी जिस पर अखण्ड ज्योत दरबार सजाया जायेगा। भक्तगण रेम्प से एक ओर से चढ़ आहुति पदरा दूसरी ओर से उतरेंगे। द्वितीय मंजिल 22 फीट उंची होगी जहा श्याम दरबार के साथ चार अन्य मंदिर होंगे जिसमें दायी ओर गणेश एवं हनुमान जी तथा, बायी ओर. श्रीनाथजी एवं तिरूपति बालाजी बिराजमान होंगे। इनके समक्ष छप्पन भोग महाप्रसाद सजाया जायेगा। तृतीय मंजिल 31 फीट उपर होगी जहॉ पुनः 9 मन्दिर होंगे। बहुमंजिला इस मंच के शिखर पर 61 फीट उंचाई पर गणेश श्याम तथा हनुमान ध्वज पताकाए लहरायेगी-फहरायेगी। मंच निर्माण कार्य देश के विख्यात श्याम मंच शिल्पी दिल्ली के राजकुमार कसेरा एवं स्थानीय अनिल वेद, नलिन वेद, दुर्गाशंकर के निर्देशन में 100 से भी अधिक कारीगरों द्वारा किया जा रहा है जो 24 मई तक तैयार होगा।
भजन गायको के लिए बनेगा भव्य रेम्प : मंच के नीचे आर्केस्ट्रा कलाकारों, प्रेस एवं इलेक्ट्रोनिक मिडीया के लिए 80 फीट लम्बी चार फीट चौडी गैलेरी होगी। मंच के सामने भजन गायको के लिए 80 फीट लम्बा चार फीट चौडा तथा 10 फीट उंचा रेम्प होगा। रेम्प के अन्त में पुनः 20 बाई 20 का मंच होगा जिस पर गायक नाचते-गाते तथा झुमते हुए दर्शको के निकटतम पहुंच उन्हे भजनों की सरिता में गोते लगवाएंगे।
शीश सहित मुर्तिया आ रही दिल्ली से : श्याम दरबार में इस बार नितिन के साथ दिल्ली श्याम दरबार से बाबा का शीश भव्य रूप से पधार रहा है। 23 मई सुबह उनकी पूजा-अर्चना के साथ आगवानी की जाएगी। दोपहर में प्रभु का शीश ढोल नगाडो के साथ श्याम दरबार में स्थापित किया जायेगा। उनका रजत स्वर्णाभुषणों हीरे-मोती-माणिक्य आदि नवरत्नों से श्रृंगार किया जायेगा।
विदेशी पुष्पो से श्रृंगार : दिल्ली-कोलकाता से वाया अहमदाबाद विमान द्वारा देश-विदेश के ताजा पुष्पो, श्रृंगार सामग्री, मोरपंखो से देशभर की श्याम भजन संध्याओं में विशेष श्रृंगार करने वाले कोलकातावासी श्री उत्तम भाई अपने दल बल के साथ 24 मई की संध्या के अन्तिम क्षणो तक प्रभु का ऐसा मनभावन दरबार बनायेंगे, सजायेंगे-सवारेंगे कि इस अलौकिक दृश्य को हर कोई अपलक निहारने हेतु विवश मजबुर हो जायेगा।
महिलाओं के लिए पृथक व्यवस्था : महिलाओं की आगवानी एवं बैठने की व्यवस्था हेतु महिला समिति तत्पर रहेगी। उनके लिए पृथक से खण्ड बनाया गया है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों के बैठने लिए अनैक आरामदायक कुर्सियों की भी व्यवस्था की जा रही है।
ट्रस्टियों की रहेगी अमूल्य भागीदारी : ट्रस्ट के अध्यक्ष के. के. गुप्ता, ट्रस्टी श्याम सुन्दर गोयल, एस. के. खेतान, कैलाशचन्द्र गर्ग, सुनिल बंसल, सुरेश अग्रवाल, राजेश गोयल, सुरेन्द्र अग्रवाल, डी. के. खेडा, श्याम बी. गुप्ता, शांतिलाल मेहता, हेमराज चांगवाल, रविन्द्र अग्रवाल, शुभम गर्ग, नारायण अग्रवाल सहित 40 से अधिक समिति अध्यक्षों एवं सैकडों श्याम भक्त सदस्यों के कारण ही यह आयोजन सम्भव हो पा रहा है।