मंदिर तोडऩे पर ग्रामीणों ने किया था रास्ता जाम
उदयपुर। शहर के अंबामाता थाना क्षेत्र में गत दिनों दो देवरों को तोडऩे के बाद ग्रामीणों की ओर से सडक़ पर जाम लगाकर प्रदर्शन करने पर पुलिस की ओर से राजमार्ग जाम करने का मामला दर्ज किए जाने के विरोध में शुक्रवार को हवाला गांव के लोगों ने जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन किया और मुकदमा हटाने की मांग को लेकर प्रशासन को ज्ञापन दिया।
गौरतलब है कि यूआईटी ने राजीव गांधी पार्क के पास एकपहाड़ी पर स्थित दो मंदिरों को मंगलवार सुबह तोड़ दिया था। सुबह लोगों ने वहां पर मंदिरों का मलबा बिखरा हुआ देखा तो ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। मौके पर सूचना मिलने पर एक के बाद एक करते हुए काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। ग्रामीणों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। आस्था का केन्द्र तोडऩे के कारण ग्रामीणों ने सडक़ पर जाम लगा दिया था। पुलिस अधिकारियों की समझाईश के बाद आखिरकार ग्रामीण उचित कार्यवाही का आश्वासन देने के बाद माने और तीन घंटे बाद जाम खोला गया। इधर इस मामले मेें पुलिस ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अंबामाता थाने पर तैनात कपिल कुमार कांस्टेबल की रिपोर्ट पर हवाला गांव निवासी गौरव, प्रतापसिहं, धनुषसिंह, जितेन्द्रसिंह, चिराग, हरिसिंह, सुरेन्द्र सिंह सहित 200 से अधिक लोगों के खिलाफ रास्ता जाम करने का मामला दर्ज किया था। इधर इस तरह से प्रकरण दर्ज करने के विरोध में शुक्रवार को हवाला गांव के ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्री के बाहर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि एक तो यूआईटी ने उनके आस्था के प्रतीक दो देवरों को तोड़ दिया और दूसरी ओर विरोध करने पर पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। जिससे ग्रामीणों में खासा रोष है। कलक्ट्रेट के बाहर जोरदार प्रदर्शन करने के बाद ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिया।