उदयपुर। निर्जला एकादशी पर सोमवार को शहर में खासी भीड़ रही। जगदीश चौक मार्ग पर तो पांव धरने तक की जगह नहीं थी। सुबह से जगदीश मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शाम को आसमान पतंगों से अट गया।
महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने निर्जल रहकर व्रत रखा जो शाम को चंद्र दर्शन के बाद पानी पीकर पूरा किया। जगदीश मंदिर, श्रीनाथजी मंदिर, अस्थदल आश्रम, बाईजीराज का कुण्डर सहित अन्यल देवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। घर से श्रद्धालु आम, बीजणी तथा फलाहार के लिए बनी सामग्री लेकर आए और मंदिरों में अर्पित किए। मंदिर के बाहर बैठे याचकों को भी श्रद्धालुओं ने जमकर दान-पुण्यद किए। जगदीश मंदिर में तो विशेष व्यावस्थार की गई थी। सुबह से कीर्तन शुरू हो गए। उत्साुही महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने नृत्य् भी किया। ऋतुफल आम की बिक्री जोरों पर रही।
पतंगबाजी : निर्जला एकादशी पर पतंगबाजों ने रविवार के साथ सोमवार को भी अपना हुनर दिखाया। फतहसागर पर पतंगबाजी का अद्भुत प्रदर्शन किया गया वहीं सोमवार शाम को तो हर युवा, बालक घर की छतों पर था। वो काटा, वो मारा के शोर से माहौल गूंज उठा।
चित्रकारी के विजेता पुरस्कृत : पतंग पर चित्रकला बनाने वाले बच्चों व बड़ो के लिए प्रतियोगिता हुई जिसमें उत्कृष्ट चित्रकारी के विजेताओं को पुरूस्कृत किया गया। प्रतियेागिता में 146 प्रतियोगियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में प्रतियोगियों ने घर से बड़ी आकार वाली पंतग पर मनचाही चित्रकला बनाई। शाम को प्रथम पुरूस्कार के रूप मे कीर्ति शाह, द्वितीय पुरूस्कार के रूप में दिव्यांश भटनागर एवं तृतीय पुरसकार किंजल शाह तथा सांत्वना पुरस्कार प्रेमशंकर को रोटरी के सहायक प्रांतपाल नक्षत्र तलेसरा ने प्रदान किये। इस अवसर पर रोटरी क्लब उदय की अध्यक्ष शालिनी भटनागर सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।