दो दिवसीय गुणीजन सम्मेलन का शुभारंभ किया राज्यपाल ने
उदयपुर। राज्यपाल मार्ग्रेट आल्वा ने कहा कि जडी़ बूटियों और पारम्परिक चिकित्सा पद्घति से गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है। जरूरत इसकी है कि इनके अधिकतम उपयोग एवं वैज्ञानिक तरीकों को जन-जन तक पहुंचाया जाए।
राज्यपाल उदयपुर प्रवास के दूसरे दिन आज मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय एवं परम्परागत चिकित्सा पद्घति के क्षेत्र में कार्य कर रही जागरण जन विकास समिति के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय गुणीजन सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। स्वयं पर आजमाई इस चिकित्सा पद्घति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनके घुटनों का दर्द इसी चिकित्सा पद्घति ने दूर किया है। उन्होंने कहा कि वे ही नहीं उनका परिवार भी इस चिकित्सा पद्घति का लाभ ले चुके हैं। राज्यपाल ने विलुप्त हो रही इस चिकित्सा पद्घति को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस पारम्परिक इलाज पद्घति को जीवित रखना होगा।
उन्होंने कहा कि इस संस्थान को अधिक से अधिक गुणीजनों को ढुंढकर जोड़ने के प्रयास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्थान के भवन निर्माण के लिए 5 लाख रूपये की सहायता उपलब्ध करवाई गई है और आगे भी संस्थान को वित्तिय संसाधन मुहैया करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में परम्परागत चिकित्सा पद्घति पर आधारित सर्टिफिकेट कोर्स शीघ्र शुरू किया जाएगा। राज्यपाल ने 10 दक्ष गुणीजनों को उनके सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
प्रारंभ में मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने राज्यापाल के नेतृत्व में कई उपलब्धियां अर्जित की है और इसी का परिणाम है कि हाल ही इस विश्वविद्यालय को ‘ए‘ ग्रेड श्रेणी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि इसी पद्घति के माध्यम से वर्षों पूर्व नारू जैसे रोग का भी इलाज किया जाता था। उन्होंने इस पद्घति के वैज्ञानिक प्रामाणिकता के आधार पर शुरू किये जा रहे सर्टिफिकेट कोर्स से यहॉ के युवाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने अधिकाधिक विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में शोध करने का आह्वान भी किया। सम्मेलन में प्रो. डी. एस. चुण्डावत ने दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न सत्रों में होने वाले वाचन एवं गुणी सम्मेलन की विस्तृत जानकारी दी। समारोह में कार्यवाहक संभागीय आयुक्त एवं जिला कलक्टर आशुतोष पेडणेकर, संस्थान के निदेशक गणेश पुरोहित ने भी विचार रखे। समारोह में राज्यभर से आए विभिन्न गुणीजन आदि मौजूद रहे।
राज्यपाल जयपुर रवाना : राज्यपाल उदयपुर की दो दिवसीय यात्रा के पश्चात रविवार को 11.40 बजे महाराणा प्रताप हवाई अड्डे से राजकीय वायुयान द्वारा जयपुर प्रस्थान कर गई। हवाई अड्डे पर जिला कलक्टर आशुतोष पेडणेकर, पुलिस महानिरीक्षक जी. एन. पुरोहित, पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा आदि ने विदाई दी।