धूमधाम से मनाया सगसजी बावजी का जन्मोत्सव
उदयपुर। लोकदेवता सगसजी बावजी का जन्मोत्सव शहर के विभिन्न स्थानकों पर धूमधाम से मनाया जा रहा है। सर्वऋतु विलास में मुख्य स्थानक पर श्रद्धालुओं की सुबह से भीड़ उमड़ पड़ी।
सर्वऋतु विलास स्थानक के सेवक प्रकाश दशोरा ने बताया कि सुबह 7 बजे से दर्शन आरंभ हुए।
9.30 बजे ध्वजारोहण, शृंगार व भोग आरती हुई। इसके बाद सुबह 11 बजे बावजी के नए भजनों की सीडी का विमोचन हुआ। महिलाओं के लिए दोपहर में दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई। यहां शाम को भजन संध्या होगी जिसमें भजन गायक दिव्य ज्योति, महेन्द्र भट्ट, किरण जुनेजा, प्रवीण गौतम प्रस्तुतियां देंगे। मध्यरात्रि बाद महाआरती होगी जिसमें बावजी को 51 किलो मावे के केक का भोग लगाया जाएगा। मंदिर परिसर पर फूलों से व आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। भक्त मंडल की ओर से आशाधाम व अंध विद्यालय के निराश्रित बच्चों को भोजन प्रसाद वितरित किया जाएगा।
गोवर्धनविलास में सुल्तानसिंहजी, सरदारसिंहजी सगसजी के स्थानक पर आकर्षक शृंगार किया गया। समाजसेवियों और धर्मप्रेमियों का सम्मान 15 अगस्त को किया जाएगा।
पिछोली स्थावनक पर सगसजी को मखमल की आंगी धराई गई। बावजी को चांदी के डंक, कंठला, सोने की छोगें, चांदी के लूमलड़ तथा ढाल, तलवार धराई गई। शुक्रवार अलसुबह सवार चार बजे ब्रह्ममुहूर्त में की गई। महाआरती रात्रि 10.15 बजे हुई। अहमदाबाद से आए रफीक एंड पार्टी ने भजनों की प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। शनिवार को महाप्रसादी का आयोजन रखा गया है। न्यू सादड़ी कॉलोनी स्थित रूद्रप्रताप सिंह जी सगस जी स्थानक पर सगसजी की भव्य स्वर्ण आंगी की गई। सगस जी को कंठाला, ईमली, चंद्रमा धारण कराया गया। पूरे मार्ग को ट्रस्ट एवं पांच हजार गुब्बारों से सजाया गया। पूरे मंदिर परिसर तक भव्य विद्युत सज्जा की गई। शाम को साढ़े सात बजे 101 दीपक से महाआरती की गई। वहीं एक शाम सगस जी के नाम भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय कलाकारों ने भजनों की रस सरिता बहा मंत्रमुग्ध कर दिया।
कंवरपदा महल स्थित बख्तावरसिंहजी कारोई सगसजी स्थानक पर गुरुवार को रात्रि जागरण हुआ। सेवा समिति के अध्यक्ष गणपतलाल स्वर्णकार ने बताया कि बावजी को स्वर्ण बरक, रजत डंक, मोठड़ा, इमली और चन्द्रमा, रत्नजडि़त कंठला, छतर, जेवर, तलवार आदि धारण कराए गए। सुबह यहां हवन भी हुआ।
गणेशघाटी, उदियापोल, सिख कॉलोनी में भट्टे स्थित सगसजी स्थानक पर भी श्रद्धालुओं की सुबह से भीड़ रही। यहां भी सुबह आरती की गई और हवन किए गए।
जोगपोल स्थित बावजी सरदारसिंहजी के स्थानक पर गुरुवार को रात्रि जागरण हुआ। शुक्रवार सुबह 8 बजे मंगल कलश स्थापना की गई। फिर दीप प्रज्वलन, शक्ति, खडग़ और गादी पूजा हुई। महंत मीठालाल चित्तौड़ा के अनुसार सुबह 9.15 बजे आरती हुई।
कुमावतपुरा-सूरजपोल स्थित भीमसिंहजी सगसजी बावजी स्थानक पर शाम 7 बजे एक शाम दाता के नाम भजन संध्या होगी। इसमें भजन सम्राट जगदीश वैष्णव मुंगाणा वाले भजन प्रस्तुत करेंगे।
गुलाबबाग में बावड़ी वाले बावजी अर्जुनसिंहजी के स्थानक पर चित्राम, गणपति, हाथी-घोड़े बनाए गए हैं। विद्युत बल्बों की लडिय़ों, झूमर व हैलोजन से मंदिर परिसर सजाया गया है। बावजी को शाही शृंगार धारण कराया गया। पुजारी ललित श्रीमाली के अनुसार सुबह 5 बजे से दर्शन शुरू हुए। 8 बजे हवन और 9 बजे आरती के दर्शन हुए। रात्रि 8 बजे आरती व रात्रि जागरण, भजन-कीर्तन युवराज एंड पार्टी की ओर से होगा।