राज्यस्तरीय स्वाधीनता दिवस पर बीएन में होगा पोलो मैच
उदयपुर। राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस के मौके पर पहली बार उदयपुर में आमजन को पोलो मैच का रोमांच देखने को मिलेगा। सार्वजनिक क्षेत्र का उदयपुर में दशकों बाद मैच आयोजित हो रहा है।
जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर ने बताया कि इस शानदार आयोजन की तैयारियां जोरों पर है। उदयपुर जिला प्रशासन एवं उदयपुर अश्व सोसायटी के साझा तत्वाधान में भूपाल नोबल्स मैदान पर होने वाले इस पोलो मैच का शुभारंभ राज्य की सबसे बुजुर्ग घोडी़ (33 वर्ष) गंगा के पूजन से होगा। उन्होंने बताया कि आयोजन के लिए बीएन संस्थान ने मैदान निशुल्क रूप से उपलब्ध कराया है। इस मैच के लिए 20 थोरो ब्रेड एनिमल घोडे़ तय किये गए हैं। वार्म ब्लडेड एनिमल किस्म के ये घोडे़ बडे़ वफादार और तीव्र गति से दौड़ने की क्षमता वाले होते हैं। ये अश्व सवार के आदेशों को त्वरित समझकर उसी अनुसार कार्य करते हैं।
इस मैच विजेताओं को दो ट्रॉफियां व स्मृति चिह्न दिये जायेंगे। उदयपुर स्वाधीनता दिवस पोलो मैच में उदयपुर क्षेत्र के सभी खिलाडि़यों का बिना फीस के भाग लेकर पोलो मैच की अच्छी संभावनाएं दर्शाता है। मैच में दो टीमें भाग लेंगी। प्रत्येक टीम से 3-3 खिला$डी मिलाकर एक मैच में 6 खिलाडी भाग लेंगे। साथ ही रेफरी सहित सात घोड$े एक मैच में रहेंगे। मैच रेफरी सवाई जयसिंह (जयपुर) होंगे। पंद्रह अगस्त की शाम 4 बजे से आरंभ होकर एक घण्टे में पूर्ण होने वाले इस मैच में तीन राउण्ड होंगे। जिसमें प्रत्येक राउण्ड सा$ढे सात मिनट का होगा।
उदयपुर अश्व शक्ति सोसायटी सचिव एवं पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ.महेश कपिला ने बताया कि 200 गुणा 100 मीटर के मैदान को पूर्णत: प्रतियोगिता के अनुकूल बनाया जा रहा है। सोसायटी अध्यक्ष आनंद सिंह राठौड़, संयुक्त सचिव डॉ. ललित जोशी, खिलाडी़ वीरमदेव सिंह एवं बीएन संस्थान के महेन्द्र आगरिया ने मैदान पर मैच से पूर्व की तैयारियों का जायजा लिया। डॉ. ललित जोशी ने बताया कि मैच के सभी खिलाडी़ राइट हैंडेड ही होंगे। साथ ही हर गोल के बाद पाले की अदला-बदली होगी वहीं प्रत्येक राउण्ड के बाद घोडे़ भी बदल दिये जायेंगे। घोडे़ दिल्ली, पूना, जयपुर सहित अन्य स्थानों से मंगवाये जा रहे है। मैच में विजेता एवं उपविजेता टीम को ट्रॉफी व खिलाडि़यों को प्रतीक चिह्न दिये जाएंगे। मैच के कमेन्टेटर शैलेन्द्र सिंह (जयपुर) होंगे। मैच के लिए बीएन संस्थान के वीआईपी गेट से अतिथि जबकि अन्य तीन द्वारों से आम दर्शक निशुल्क प्रवेश कर सकेंगे।