महाकाल पहुंच किया गंगाजल से अभिषेक
उदयपुर। महाकालेश्वर कावड़ यात्रा समिति की ओर से सुबह 8.30 बजे आयड़ स्थित गंगोदभव कुंड से हर हर महादेव और बोलो रे भई बम भोले के उद्घोष के साथ दोपहर 11.30 महाकाल पहुंची जहां जलाभिषेक किया गया।
झांकियों के पीछे पुरुष एवं महिलाओं की लम्बी कावड़ यात्रा चलती रही। कई शिव भक्त पैदल भगवान शिव के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। कावड़ यात्रा गंगोदभव आयड़ से दुर्गानर्सरी रोड, कुम्हारों का भट्टा, सूरजपोल चौराहा, अस्थल मंदिर, मुखर्जी चौक, बडा बाजार, घंटाघर, जगदीश चौक, चांदपोल पुलिया से अम्बापोल, अम्बामाता मंदिरं, आयुर्वेद चौराहा होती महाकाल मंदिर प्रातः 11 बजे पहुंची जहां हजारों कावडि़यों ने भगवान शिव को जलाभिषेक कराया गया। कावड़ यात्रा एवं शोभायात्रा का मार्ग में कई अग्रिम धर्म संगठनों ने स्वागत किया जिसमें आयड़ विकास समिति, महादेव सेवा समिति, सुथारवाडा़ मित्र मण्डल, जगदीश मंदिर धर्मोत्सव समिति, बजरंग दल, जाडा गणेश जी व्यापार मण्डल के साथ रास्ते में कई शिव भक्तों द्वारा स्वागत कर फलत वितरित किये गए।
मंदिर में महाकाल ट्रस्ट के अध्यक्ष तेजसिंह सरूपरिया व महाकालेश्वर कावड़ यात्रा समिति के अध्यक्ष केके शर्मा, संयोजक जयप्रकाश निमावत, महिला संयोजक अर्चना शर्मा आदि ने पूजा अर्चना की। कावड़ यात्रा को सफल बनाने में अर्चना शर्मा, चन्द्रकान्ता मेनारिया, सीमा पंचोली, कलाराज माली, शांति देवी निमावत, आभा आमेटा, लाली बाई, नवरतन देवी का प्रमुख सहयोग रहा। मेलडी़ माता के संत वीरमदेव, खास ओदी के महंत, रामद्वारा मंदिर के महंत रामजी ने कावड़ यात्रा को आयड़, हरिदासजी मगरी वाले के हाथी वाले महाराज द्वारा गंगोदभव से कावड़ यात्रा को रवाना किया।