उदयपुर। जगदीश मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इस वर्ष भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। भव्य दधिका महोत्सव पर्व जगदीश चौक पर 18 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा।
धर्मोत्सव समिति मेवाड़ के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक में निर्णय किया गया कि जन्माष्टमी पर जगदीश मंदिर में 17 अगस्त की रात्रि भव्य कृष्ण जन्म मनाया जाएगा। अनेक सांस्कृतिक व रंगारंग कार्यक्रम होंगे। मंदिर को छोटी लाइटों से सजाया जाएगा। साथ ही 18 अगस्त को दधिका उत्सव के तहत राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय 15 वर्ष से कम उम्र के नन्हें बच्चों द्वारा धार्मिक एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। अध्यक्षता समिति के वरिष्ठ सदस्य मोहनसिंह चौहान ने की।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद दधिका महोत्सव में जमीन तल से 25 फीट की ऊंचाई पर बंधी दूध-दही की हांडी को पिरामिड बनाकर फोड़ा जाएगा। दूध-दही हांडी को तोडऩे के लिए शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के 8 दल भाग लेंगे। सफल रहने वाले दल को इक्कीस हजार रुपए व प्रशस्ति पत्र-ट्राफी प्रदान की जाएगी। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले दल को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर निर्धारित शुल्क जमा करवाकर 15 अगस्त से पूर्व फार्म जमा करवाना होगा। 18 अगस्त शाम 4 बजे से सभी सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रम जगदीश चौक में होंगे। विधि विधान से पंडित नरोत्तम पण्डया की देखरेख में मटकी पूजन होगा। बैठक में दिनेश मकवाना, कैलाश सोनी, इकबाल अली, लाला वैष्णव, उमाशंकर सुखवाल, पंकज पालीवाल, कैलाश जीनगर, नरेन्द्र सोनी, दिलीप तम्बोली, राकेश सोनी, विजय दशोरा, अजीत सिंह राव, रमेश लालवानी, भूपेन्द्र भाटी, मुरली कसारा, सत्यनारायण सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।