नारायण सेवा संस्थान की लापरवाही से हुई थी युवती की मौत
उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान की लापरवाही से युवती की हुई मृत्यु के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम तक नहीं कराया गया और शव को उसके पिता लेकर गंतव्य को रवाना हो गए।
उल्लेखनीय है कि नारायण सेवा संस्थान की लापरवाही से औरंगाबाद जिला निवासी युवती की मंगलवार शाम मौत हो गई थी। उसके बाद उसका पोस्टमार्टम भी नहीं होने दिया गया और उसका शव उसके पिता के साथ औरंगाबाद रवाना कर दिया गया। ज्योति (१८) पुत्री मोतीलाल सिनकर निवासी औरंगाबाद (महाराष्ट्र) को एक माह पूर्व हाथ में पोलियो के ऑपरेशन के लिए नारायण सेवा संस्थान में भर्ती कराया गया था। बताया गया कि ज्योति को निमोनिया था। फिर भी लापरवाही बरतते हुए संस्थान में उसका ऑपरेशन किया गया। इससे उसके अपर चेस्ट में इंफेक्शन हो गया। इंफेक्शन का असर फेंफड़ों तक पहुंचा। सही उपचार नहीं मिलने के कारण ज्योति को डबल निमोनिया हो गया। ज्योति की ज्यादा तबीयत बिगड़ गई तो संस्थान ने ज्योति का नाम बदल कर भारती किया और बिना मेडिकल हिस्ट्री लगाए उसे गीतांजलि हॉस्पीटल में भर्ती करवा दिया। सवाल ये है कि बिना मेडिकल हिस्ट्री के गीतांजलि हॉस्पीटल में उसको क्या इलाज दिया गया। बताया गया कि ज्योति के पिता ने ही उसे गीतांजलि हॉस्पीटल में भर्ती कराया, जहां ज्योति के उपचार का खर्च करीब एक लाख रुपए आया जिसका भुगतान नारायण सेवा संस्थान ने किया है।
साभार : मददगार