उदयपुर। तेरापंथ सभा के तत्वावधान में आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या बहुश्रुत परिषद की सदस्य साध्वी कनकश्रीजी के सान्निध्य में अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास द्वारा 15 वीं जिलास्तरीय नैतिक गीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इसमें जिले के करीब 20 स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर साध्वीश्री ने प्रतियोगिता का महत्व बताते हुए कहा कि अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात आचार्य तुलसी ने किया। अणुव्रत बदलने का दर्शन है। मनुष्य अपनी प्रकृति का निरीक्षण करें,उसे समझे और समझकर परिवर्तन लाने का अभ्यास करे। नैतिक अर्थार्जन भी हमारा लक्ष्य होना चाहिए। जीवन अहंकार व व्यसनमुक्त होकर चरित्र निष्ठ हो।
कार्यक्रम की संभागीय संयोजिका प्रणिता तलेसरा ने बताया कि यह एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से अणुव्रत का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा, व्यसनमुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी जाती है। प्रारम्भ में मंगलाचरण शशि चह्वाण ने किया। निर्णायक मधुसूदन वैष्णव, राजेन्द्र सेन एवं रसिक अहमद जयपुरी थे। अतिथियों का स्वागत सभा के मंत्री अर्जुन खोखावत ने किया।
तेरापंथ सभाध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्गों में एकल व समूह प्रतियोगिता हुई। जिसमें दिगम्बर जैन बालिका विद्यालय, जवाहर जैन विद्यालय, महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल, सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल एवं इंडो अमेरिकन के छात्रों ने उल्लेखनीय स्थान अर्जित किया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए तथा विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। संचालन नीता खोखावत ने किया। इस अवसर पर निर्मला दुग्गड़, मंजू इंटोदिया, पूनम भदादा, ऋतु मारू, मधु सुराणा के साथ ही लायंस नीलांजना की सदस्याओं ने भी सहयोग प्रदान किया।