राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए विधानसभाध्यक्ष को दिया ज्ञापन
उदयपुर। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की युवा इकाई राजस्थानी मोट्यार परिषद ने विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल को राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने हेतु ज्ञापन सौंपा।
मोट्यार परिषद के प्रतिनिधिमण्डल को मेघवाल ने कहा कि वे भी राजस्थान के ही है तथा अपनी जन्मभूमि तथा मातृभाषा के लिये प्रयास कर राजस्थानी होने का फर्ज चुकाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इस मुद्दे पर वह राजस्थान के सभी सांसदों से बातचीत करेंगे तथा सांसदों द्वारा लोकसभा में राजस्थानी की मान्यता हेतु प्रश्न उठाया जाए। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश महामंत्री शिवदान सिंह जोलावास, संभाग प्रभारी तनवीर सिंह कृष्णावत, संभाग पाटवी घनश्याम सिंह भीण्डर, डॉ. धर्मेन्द्र राजोरा, डॉ. हेमशंकर दाधीच, सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।