उदयपुर। पूरे पैसे देने के बावजूद घटिया और कथित रूप से कीड़े मिश्रित वाला खाना खिलाने को लेकर मंगलवार सुबह आरसीए हॉस्टल की 170 छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया। छात्राओं ने मैस में 12 साल से जमे कॉन्ट्रेक्टर को हटाने की मांग करते हुए महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय में धरना दिया।
उधर छात्रसंघ अध्यक्ष का आरोप है कि डीन हम पर छात्राओं के मजे लेने के लिए उकसाने की बात कहते हैं जबकि डीन ने ऐसी किसी बात से इनकार कर दिया। आरसीए हॉस्टल की 170 छात्राएं सुबह नारेबाजी करती हुई महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय पहुंची और मुख्य गेट बंद कर अंदर धरने पर बैठ गई। उनके समर्थन में आरसीए के छात्र नेता और अन्य छात्र भी आ गए। छात्राओं ने बताया कि पिछले कई महीनों से आरसीए मैस में परोसा जाने वाला खाना जानवरों के खाने से भी बदतर है। न रोटियां पूरी पकी होती है और न ही सब्जी। दाल में दाल तलाशनी पड़ती है सिर्फ दाल का पानी होता है। उन्होंने बताया कि गत महीनों में कई बार कॉलेज प्रशासन, हॉस्टल वार्डन को मैस के ठेकेदार के विरुद्ध शिकायत की गई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही नहीं पिछले चार दिन से सभी छात्राओं ने मैस का बहिष्कार कर रखा है। सभी छात्राएं बाहर से खाना मंगवाकर खा रही हैं। इसके बावजूद कॉलेज प्रशासन ने कोई कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझा।
12 साल से एक ही ठेकेदार : आरसीए हॉस्टल की छात्राओं ने आरोप लगाया कि पिछले 12 सालों से निजी हितों के लिए मैस का टेंडर एक ही व्यक्ति को दिया जा रहा है और ठेकेदार मैस में मनमानी चला रहा है। दाल और सब्जी में अक्सर कीड़े मिलते हैं। रोटियां अधपकी होती हैं। छात्राओं ने बताया कि इस वर्ष से ठेकेदार ने खाने की दरें भी बढ़ा दी हैं। पहले 12 सौ रुपए प्रतिमाह था जो अब 18 सौ रुपए प्रतिमाह कर दिया गया। छात्राओं ने मांग की कि मौजूदा ठेकेदार को हटा कर किसी अच्छे व्यक्ति को ठेका दिया जाए और महीने का चार्ज 12 सौ रुपए ही रखा जाए।
उधर आरसीए के नवनिर्वाचित छात्रसंघ कार्यकारिणी भी छात्राओं के समर्थन में आ गई है। छात्रसंघ अध्यक्ष राहुल लेगा का कहना है कि डीन इस मामले में बहुत लापरवाही बरत रहे हैं। लेगा ने आरोप लगाया कि यहां तक कि डीन ने तो छात्राओं को यहां तक कहा कि तुम छात्र नेताओं के बहकावे में मत आओ ये सिर्फ तुम्हारे मजे लेने के लिए तुम्हे उकसाते हैं। जानकारी के अनुसार डीन ने वार्ता के लिए छात्राओं को बुलाया है और उनकी समस्या का निपटारा करने का आश्वासन दिया है।
इन्होंने कहा
मैंने किसी तरह की कोई असभ्य बात नहीं की। मेरा अपना परिवार है। इस तरह के आरोप बिलकुल निराधार हैं। जो छात्र नेता ऐसा आरोप लगा रहे हैं, मेरे सामने आकर बात करे। छात्राओं की समस्या के लिए वार्ता जारी है और इसका समाधान निकाल लिया जाएगा। छात्राएं जो भी चाहेगी वह मैनू बना कर गुणवत्ता वाले खाने के लिए ठेकेदार को पाबंद किया जाएगा। रही बात ठेकेदार को हटाने की तो नियमानुसार टेंडर निकाल कर कार्रवाई की जाएगी।
एस आर मालू, डीन, राजस्थान कृषि महाविद्यालय