शिक्षक कुमावत को मिला विशेष सम्मान
उदयपुर। रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा प्रतिवर्ष अलग-अलग श्रेणी के शिक्षकों का सम्मान किया जाता रहा है। इस वर्ष क्लब ने गुरूवार को रोटरी बजाज भवन में आयोजित एक समारोह में शहर में शिक्षा की अलख जगाने वाले वयोवृद्ध शिक्षक आलोक संस्थान के संस्थापक एंव चेयरमेन श्यामलाल कुमावत को विशेष सम्मान सहित कम्प्यूटर शिक्षा के जरिये विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान देने वाले 17 कम्प्यूटर शिक्षकों सहित कुल 20 शिक्षकों का सम्मान किया गया।
मुख्य अतिथि राजस्थान विद्यापीठ के उप कुलपति प्रो. डॉ. एस.एस.सारंगदेवोत थे। सारंगदेवोत ने कहा कि गुरूवाणी हमें प्राचाीन सभ्यता का आभास कराती है। कोई भी स्मार्टसिटी तब तक सफल नहीं होगी, जब तक उसमें कम्प्यूटर तकनीक का भरपूर उपयोग न हों। कम्प्यूटर युग में शिक्षकों के सामने अपडेट रहने की चुनौती है।
ये शिक्षक हुए सम्मानित- श्यामलाल कुमावत, सुनील कुमार शर्मा, मनीषा चौधरी, चिनेाद कुमार पण्ड्या, प्रेमलता मेनारिया, सतीश मेहता, दुर्गा पालीवाल, मंजू माली, रीतू शर्मा, वन्दना त्रिवेदी, तजिन्दर कौर, हेमलता देवपुरा, काशीराम तिवारी, ऋचा रूपल, डॉ.श्रीमती रजनी सुराणा, कृष्णवत्सल पण्ड्या, इन्द्र बहादुर, संजय शर्मा, विनोद टांक सहित गत 22 वर्षो से बिना वेतन पर बच्चों को शिक्षित करने वाली सागर भण्डारी को क्लब अध्यक्ष डॉ. बी.एल.सिरोया, सचिव डॉ.नरेन्द्र धींग, प्रो. एसएस सारंगदेवोत, शिक्षक सम्मान समारोह समिति के चेयरमेन एन.के.गुप्ता, कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत, प्रान्तपाल निर्वाचित रमेश चौधरी ने उपारना एवं शॉल ओढ़ाकर, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह तथा श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया।
डॉ. कुमावत ने कहा कि शिक्षक सक्षम है तो राष्ट्र शक्तिशाली होगा। जीवन में माता-पिता व गुरू ही अपने बेटे या शिष्य से ईष्र्या नहीं करता है। वे इन्हें जीवन में प्रगति की ओर बढ़ते देखकर प्रसन्नचित होते है। रोटरी क्लब उदयपुर ने हमेशा से शिक्षकों का सम्मान किया है अनादर नहीं। नरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि शिक्षक ऐसे छात्रों का निर्माण करें जो उन्हें एंव उनकी दी हुई शिक्षा को आजीवन याद रखें।
प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष डॉ. बीएल सिरेाया ने कहा कि शिक्षक दयालु होते है। हर व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का समावेश होता है। शिक्षक व्यक्ति के मस्तिष्क में अक्षुण्ण रहते है। इस अवसर पर आलोक संस्थान की छात्राओं ने ईश वंदना प्रस्तुत की जबकि अन्त में सचिव डॉ.नरेन्द्र धींग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।