तीन दिवसीय राजस्थानी नाट्य समारोह
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र तथा राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय ‘‘राजस्थानी नाट्य समारोह’’ का आगाज़ शुक्रवार को विजयदान देथा की कहानी पर आधारित नाटक ‘‘तीड़ो राव’’ के मंचन से हुई।
शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में जोधपुर की संस्था अपूर्वा के कलाकारों ने रमेश भाटी नामदेव निर्देशित नाटक ‘‘तीडो राव’’ मंचित किया। हास्य और मनोरंजन के साथ ख्याली पुलाव पकाने वाले तीड़ो का किस्मत कैसे साथ देती है और वो सत्ता के शिखर तक जा पहुंचता है। नाटक के माध्यम से समाज में व्याप्त आडम्बर, छल कपट व धर्मांधता पर करारा व्यंग्य किया गया। तीडा एक महत्वाकांक्षी लड़का है जो बार-बार संयोग से मौत के मुंह से बच कर आ जाता है। इससे उसकी लोकप्रियता बढ़ती है व उसे संत बना दिया जाता है। इसी दौरान कुछ चमत्कार ऐसे होते हैं कि लोग तीडा को पूजने लगते हैं तथा उसकी ख्याति राजा तक पहुंच जाती है। यहीं से वह धीरे-धीरे सत्ता के शिखर तक पहुंच जाता है।
किस्सागोई व बात पोशी शैली में रचित नाटक एक मनोरंजक प्रस्तुति बन सकी। कलाकारों ने अपने अभिनय व सामंजस्य से प्रस्तुति को रोचक बनाया। प्रस्तुति में तीडा के किरदार में सिकन्दर खान का अभिनय दर्शकों को रास आया वहीं बातपोश-श्रवण सिंह राठौड़, हुकारिा दिलिप राजपुरोहित, तीडा का बात-हरि प्रसाद वैष्णव, तीड़ा की मां अंकिता शर्मा, तीड़ा की सास-अपूर्वा सिंह का अभिनय दर्शकों को खूब भाया। अन्य कलाकारों में अंजना सिसोदिया, लवीना बर्वे, पुष्पेन्द्र गोयल, विद्योत्मा ओझा, आशीष जोशी, शराफत अली, किशन सुथार, सलीम परवेज खान, कुलदीप सारस्वत, गौरव शर्मा, राधिका गहलोत आदि शामिल हैं।