उदयपुर। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ कुल की एक प्रेस विज्ञप्ति में भंवरलाल गुर्जर ने खुद के संस्था का कार्यवाहक अध्यक्ष एवं कुलप्रमुख बताते हुए भवानीशंकर गर्ग को 75 वर्ष से अधिक आयु के कारण पदविमुक्त होने की जानकारी देने के बाद शनिवार को गर्ग की कुर्सी का कार्यभार संभाल लिया।
कार्यवाहक अध्यक्ष भवरलाल गुर्जर ने बताया कि गर्ग व राणावत संविधान के विपरीत कार्य कर रहे है एवं विद्यापीठ के कार्यकर्ताओं को गुमराह करते हुए इसकी प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा रहे हैं। कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर विद्यापीठ की प्रतिष्ठा को बचाना है। सभी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर विद्यापीठ को नई उचाईयों तक पहुंचाना जनु भाई के सपनों को साकार करना है और विद्यापीठ के संविधान के विपरित कार्य करने वालों के खिलाफ अनुशानात्मक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सहायक कुल सचिव डॉ. हेमशंकर दाधीच, संघ के संरक्षक हीरालाल चौबीसा, अध्यक्ष डॉ. धर्मेन्द्र राजोरा, महामंत्री कुंजबाला शर्मा, संगठन मंत्री महेन्द्र मेघवाल, कोषाध्यक्ष बालकृष्ण शुक्ला, संघ के सलाहकार कौशल नागदा, भगवतीलाल सोनी, संघ के उपाध्यक्ष भवानी शंकर वसीठा, सुरेश चावरिया, महेन्द्र सिंह राजपूत, स्पोस्टर्स बोर्ड सचिव भवानी पाल सिंह राठौड़, घनश्याम सिंह भीण्डर, तेजा रावल, शीशराम बड़सरा, मुकेश नाथ, शंकर डांगी, रूपलाल, चुन्नीलाल डांगी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष भंवरलाल गुर्जर का मुंह मीठा करवाकर, मार्ल्यापण व आतिशबाजी कर स्वागत किया गया।